पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन से हुआ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का आगाज, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जांजीबार के सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री टीएम माविता, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने ब्रह्मसरोवर पर किया गीता पूजन, गीता यज्ञ में डाली पूर्ण आहुती, सभी मेहमानों ने तंजानिया पवेलियन व राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का भी किया विधिवत उद्घाटन व अवलोकन, ब्रह्मसरोवर के पावन तटों पर 15 दिसंबर तक चलेगा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव
कुरुक्षेत्र 5 दिसंबर मंत्रोच्चारण और शंखनाद की गुंजायमान ध्वनि के बीच कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में पवित्र ग्रंथ गीता के पूजन की रस्म को अदा किया गया है। पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन तथा गीता के श्लोकों के उच्चारण के बीच कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का आगाज हो चुका है। इस आगाज के साथ ही ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जांजीबार के सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री टीएम माविता, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति भी डाली और ब्रह्मसरोवर का पूजन भी किया। इस हवन यज्ञ में शंखनाद की ध्वनि के बीच ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जांजीबार के सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री टीएम माविता, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा का धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में पहुंचने पर सबसे पहले उपायुक्त नेहा सिंह ने स्वागत किया। इसके उपरांत वीरवार को ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में जैसे ही सभी मेहमानों आगमन हुआ, उसी समय मंत्रोच्चार के बीच मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक केएम पांडुरंग, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील राणा, आरएसएस के विभाग सह कार्यवाह डा. प्रीतम सिंह, जिला परिषद की चेयरमैन कंवलजीत कौर ने परम्परा अनुसार स्वागत किया। यहां पर देश के विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की वेशभूषा में सुसज्जित होकर परंपरा अनुसार सभी मेहमानों और पर्यटकों का कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहुंचनें पर अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र द्वारा श£ोकोंच्चारण के बीच पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का शुभारम्भ किया। इससे पहले सभी मेहमानों ने तंजानिया के पवेलियन का उद्घाटन करने के उपरांत वहां के खान-पान, रहन-सहन, परिधानों को दर्शाने वाले स्टॉल का अवलोकन किया। इसके पश्चात सभी मेहमानों ने सूचना, जनसम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन व अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से हरियाणा सरकार की 10 साल की उपलब्धिों को विभिन्न विभागों के स्टॉलों के माध्यम से दर्शाया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से पुरुषोत्तमपुरा बाग में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यहां पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने सरस्वती रिवर चैनल मॉडल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके पश्चात सभी मेहमानों ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों के साथ एक ग्रुप स्मृति चित्र भी करवाया। पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन व हवन यज्ञ में पूर्ण आहुती से इन मेहमानों के गरिमामयी आगमन के साथ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 का शुभारम्भ हो गया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति डालने के बाद पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन किया गया। इसके बाद सभी मेहमानों में परंपरा अनुसार पवित्र ब्रह्मसरोवर का भी पूजन किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा मिला। इस महोत्सव में हर साल लाखों की संख्या में लोग शिरकत करते है और इस महोत्सव का आनंद लेते है। यह महोत्सव 15 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस महोत्सव को लेकर पूरे प्रदेश में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में तंजानिया सहयोगी देश और ओडिशा सहयोगी राज्य के रुप में शिरकत कर रहा है। इसी धरा पर 5162 वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का अमर संदेश दिया था। यह पुण्य धरा मोक्ष की भूमि है। केवल यह इच्छा रखे कि मैं कुरुक्षेत्र में जाकर रहुंगा, तो उसकी इस इच्छा मात्र से ही मुक्ति हो जाती है।
उन्होंने कहा कि गंगा के जल से मुक्ति प्राप्त होती है, जबकि वाराणसी की भूमि और जल में मोक्ष देने की शक्ति है, परंतु कुरुक्षेत्र के जल, थल और वायु तीनों ही मुक्ति के दाता है। इस पावन धरा पर सरस्वती के तट पर ही वेद, उपनिषेदों और पुराणों की रचना हुई। इतना ही नहीं सम्राट हर्षवर्धन की वैभवशाली राजधानी थानेसर भी यहीं पर है। कुरुक्षेत्र की इसी महता को जानते हुए भगवान श्रीकृष्ण ने इसे महाभारत युद्ध के लिए चुना था, यहीं पर अर्जुन को कर्मयोग का दिव्य संदेश दिया, जो आज भी मानव के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। पिछले 8 वर्षों से महोत्सव को अपार सफलता और लोकप्रियता मिली, वर्ष 2019 में यह महोत्सव देश से बाहर मॉरीशस, लंदन, कनाडा, आस्ट्रेलिया व श्रीलंका में भी मनाय गया। इस महोत्सव में हर साल लाखों श्रद्धालु भाग लेते है। इन प्रयासों से पवित्र ग्रंथ की ख्याती और गीता महोत्सव की लोकप्रियता आज भी देश की सीमाओं को लांघ कर विश्व के कोने-कोने तक पहुंच रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता केवल दार्शनिक एवं आध्यात्मिक दृष्टिï से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसकी व्यावहारिक जीवन में भी उपयोगिता है। यह ज्ञान-विज्ञान का अनूठा उदाहरण है, यहीं कारण है कि गीता भारतीयों को ही नहीं बल्कि विदेशियों को भी प्रिय है। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने गीता जयंती पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में सरस और शिल्प मेले का आगाज 28 नवंबर से हो चुका है। इस महोत्सव ने पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बना ली है। इस महोत्सव की परंपरा का निर्वहन करते हुए हवन यज्ञ, गीता यज्ञ और ब्रह्मसरोवर के पूजन का कार्य किया गया। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव बन चुका है और पूरे देश और विदेश के लोग इस महोत्सव के साथ जुड़ चुके है। पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस महोत्सव में हर साल करीब 40 लाख लोग आते है और इस महोत्सव की शिल्पकला, विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति और धार्मिक कार्यक्रमों का आनंद लेते है। उनकी विधानसभा में इस प्रकार के महोत्सव का आयोजन होना एक सौभाग्य की बात है। इस महोत्सव में शहर की तमाम सामाजिक व धार्मिक संस्थाए अपनी भागीदारी कर रही है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव 15 दिसंबर तक चलेगा और सायंकालीन कार्यक्रमों का आनंद पर्यटक उठा सकेंगे।
इस मौके पर उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशील राणा, भाजपा के वरिष्ठ नेता जय भगवान शर्मा डीडी, सुभाष कलसाना, एडीसी सोनू भट्ट, केडीबी सीईओ पंकज सेतिया, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, कुरुक्षेत्र 48 कोस निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, सूचना, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक रणबीर सांगवान, शहीदी स्मारक के निदेशक कुलदीप सैनी, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, डा. अवनित कुमार, विजय नरुला, केडीबी सदस्य डा. ऋषिपाल मथाना, अशोक रोशा, एमके मोदगिल, कैप्टन परमजीत सिंह, युद्घिष्ठïर बहल, भाजपा नेत्री ममता सैनी, हरमेश सैनी, जिप उपाध्यक्ष डीपी चौधरी सहित केडीबी के सभी सदस्य और अधिकारीगण उपस्थित थे।