कार्यकाल को 8 दिसम्बर 2023 से 7 दिसम्बर, 2026 तक तीन वर्षाे के लिए बढ़ाया गया
कुरुक्षेत्र, 11 जून। हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय के आदेशानुसार हरियाणा राजभवन से प्राप्त पत्र क्रमांक 3582 दिनांक 11 जून, 2024 के अनुसार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा के कुलसचिव पद के कार्यकाल को 8 दिसम्बर 2023 से 7 दिसम्बर, 2026 तक आगामी तीन वर्षाे के लिए बढ़ाया गया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने प्रो. संजीव शर्मा के कुलसचिव पद के कार्यकाल को आगामी तीन वर्षाे तक बढ़ने के लिए बधाई दी। यह जानकारी लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने दी।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने तीन वर्ष कार्यकाल वृद्धि होने पर हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में नैक से मान्यता प्राप्त ए-प्लस-प्लस कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोध, खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों में अग्रणी रहने का सार्थक प्रयास करेंगे।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डीन, निदेशक, शिक्षकों, अधिकारियों, कुटा प्रधान डॉ. दलीप कुमार, कुटा सचिव डॉ. राजपाल, कुंटिया प्रधान राजवंत कौर सहित अन्य पदाधिकारियों ने प्रो. संजीव शर्मा को तीन साल के सेवाकाल में वृद्धि होने पर बधाई दी।
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प्रो. संजीव शर्मा का शैक्षणिक व प्रशासनिक अनुभव
प्रो. संजीव शर्मा को 20 वर्षों का शैक्षणिक अनुभव है। वे 07.12.2020 से अब तक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में कुलसचिव के पद पर कार्यरत हैं। 29.07.2022 से 03.07.2023 तक महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय, मुंदरी, कैथल में रजिस्ट्रार (अतिरिक्त प्रभार) के पद पर कार्यरत रह चुके हैं। उनकी 2 पुस्तक व 54 शोध लेख प्रकाशित हो चुके हैं। 17 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार/सम्मेलन में भाग ले चुके हैं। प्रो. संजीव शर्मा को जून, 2019 में न्यूयॉर्क, यूएसए में अंतर्राष्ट्रीय शोध सम्मेलन में सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार प्राप्त हुआ तथा उनके मार्गदर्शन में 9 शोधार्थी पीएचडी कर चुके हैं व 6 शोधार्थी पंजीकृत हैं। 20 एमफिल छात्रों को वे निर्देशित कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त प्रो. संजीव शर्मा हरियाणा के अनेक विश्वविद्यालयों में विभिन्न समितियों के सदस्य रह चुके हैं।