“इंडिया” गठबंधन के तहत “आप” के लोकसभा प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता की शाहाबाद में चुनावी यात्रा
सब्जी मंडी में व्यापारियों को चाय बनाकर पिलाई
कभी पानी का गिलास न उठाने वाले आज बोरी उठाकर दिखा रहे: डॉ. सुशील गुप्ता
जब कुरुक्षेत्र के पीपली में किसानों पर लाठियां बरसाईं गई तब नवीन जिंदल कहां थे? : डॉ. सुशील गुप्ता
शाहाबाद/कुरुक्षेत्र, 18 अप्रैल
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता ने वीरवार को शाहाबाद में चुनावी यात्रा की। उन्होंने अपनी चुनावी यात्रा की शुरुआत शाहाबाद की सब्जी मंडी से की जहां उन्होंने चाय की दुकान पर व्यापारियों को चाय बनाकर पिलाई। इसके बाद शहीद उधम सिंह मेमोरियल हॉल में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। फिर श्री कृष्ण धर्मशाला में आयोजित इंडिया गठबंधन कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए। यहां से हुड्डा सेक्टर-1 चाय कार्यक्रम में पहुंचे और शाम को गांव हबाना में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों और महिलाओं का आशीर्वाद लिया और “इंडिया” गठबंधन को भारी बहुमत से जिताने की अपील की।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज शाहाबाद में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ जो 37 दिन का समय बचा है उसको कैसे इस्तेमाल किया जाए। गांव गांव में जाकर लोगों को कैसे समझाना है कि भाजपा ने किस प्रकार किसानों और बेटियों पर अत्याचार किया। इस विषय पर सभी कार्यकर्ताओं के साथ विचार विमर्श किया गया है। उन्होंने कहा मैं कल देख रहा था कि भाजपा के उम्मीदवार नवीन जिंदल एक बोरी उठाकर किसान हितैषी होने का नाटक कर रहे थे। जब इसी कुरुक्षेत्र में पीपली से किसानों पर लाठियों की शुरुआत हुई और पूरे देश में भाजपा ने किसानों पर जुल्म किया। डेढ़ साल तक किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर बैठा कर रखा। उस समय नवीन जिंदल कहां थे?
उन्होंने कहा कि हवाई जहाज में रहने वाले और कभी पानी का गिलास न उठाने वाले, आज बोरी उठाकर दिखा रहे हैं। सुना है कि बोरी उठाने से उनकी कमर में खींच पड़ गई है जिसे मसाज लेकर ठीक करवाना पड़ा। जनता इनके नाटक को समझती है, वोट की चोट से इनको सबक सिखाने का काम करेगी। किसानों का हितैषी बताने वाले नवीन जिंदल तब कहां थे जब इनकी पार्टी किसानों पर गोलियां बरसा रही थी, तब कहां थे जब किसानों पर आंसु गैस के गोले दागे जा रहे थे, तब कहां थे जब किसानों के रास्ते में कीलें ठोकी गई, तब कहां थे जब किसानों पर एनएसए लगाया गया, किसानों को प्रॉपर्टी जब्त और बैंक अकाउंट सील करने की धमकी दी जा रही थी। तब नवीन जिंदल को किसानों की याद क्यों नहीं आई? और अब नवीन जिंदल किसानों पर लट्ठ चलाने वाली पार्टी की गोद में जाकर बैठ गए।
उन्होंने कहा कि ये लोग 750 से ज्यादा किसानों की मृत्यु की जिम्मेदार हैं, इनके हाथ किसानों के खून से रंगे हैं। इनको चौराहे पर खड़े होकर किसानों से माफी मांगनी चाहिए। नवीन जिंदल किसान हितैषी होने का नाटक बंद करे। जो कैमरे के लिए बोरियां उठाने का नाटक चल रहा है, किसान सब समझते है। जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से किसानों पर लगातार जुल्म कर रही है। कुरुक्षेत्र और हरियाणा किसान अब जुल्म का जवाब वोट से देंगे।
उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि मैं किसानों और जमींदारों के गांव का रहने वाला हूं। मैंने खेत खलिहानों में सभी काम किए हैं। जैसे हर व्यक्ति को घर और दफ्तर के काम कर लेने चाहिए, उसी तरह मैं भी कर लेता हूं। अभय चौटाला नवीन जिंदल के बड़े भाई होने का वादा निभा रहे हैं। वो भाजपा को समर्थन करने के लिए ही कुरुक्षेत्र में आए हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को साइड कर देना भाजपा के संस्कार हैं। इसलिए अनिल विज भी बहुत दुखी हैं।