कुरुक्षेत्र, 9 जनवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर गुरुवार को युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग द्वारा हवन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर विश्वविद्यालय के क्रश हॉल (विश्वविद्यालय सभागार) में प्रातः 11 बजे होने वाले हवन कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा मुख्य अतिथि होंगे।
लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को इस समारोह में भाग लेने के लिए सूचित किया जा चुका है।
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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की स्थापना से सम्बन्धित जानकारी
श्रीमद्भगवद्गीता की उद्गम स्थली धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में 1956 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी गई। सरस्वती नदी के किनारे स्थित मैदान पर प्रसिद्ध ब्रह्मसरोवर के पश्चिमी तट पर विश्वविद्यालय की नींव का पत्थर भारत के प्रथम राष्ट्रपति स्व. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 11 जनवरी 1957 को रखा था। विश्वविद्यालय की शुरुआत संस्कृत विश्वविद्यालय के रूप में हुई थी जो बाद में एक बहु-संकाय विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ। अपनी स्थापना के बाद से आज तक उन्नति के पथ पर अग्रसर होकर विश्वविद्यालय ने खुद को देश में उच्च शिक्षा के एक प्रमुख संस्थान के रूप में स्थापित किया है। वर्तमान में विश्वविद्यालय के 10 संकायों में कुल 49 विभाग हैं जो व्यावसायिक और पारंपरिक पाठ्यक्रमों का मिश्रण प्रदान करते हैं।