कुरुक्षेत्र, 11 अक्टूबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान तथा यूजीसी मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर के तत्वावधान तीन दिवसीय खाद्य एवं पोषक तत्व पर आधारित ऑनलाइन कार्यशाला के दूसरे दिन के पहले सत्र में हिसार एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय की प्रो. आशा क्वात्रा ने अनाजों का मूल्य संवर्धन और बाजरा के बारे में बताया। उन्होंने बाजरे के गुण उसके उत्पाद और विभिन्न प्रकार की तकनीक के प्रयोग करके अलग-अलग प्रकार के उत्पादों की गुणवत्ता पोषण और उनकी उद्यमशीलता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यशाला के दूसरे सत्र में प्रो. किरण ग्रोवर ने खाद्य और पोषक तत्व पीएयू पोषण सुरक्षा पर जोर देते हुए भोजन और पोषण सुरक्षा के अलग-अलग तथ्यों के बारे में बताया। उन्होंने खाद्य सुरक्षा और पोषण सुरक्षा के निर्धारकों के बारे में भी जानकारी दी। इस अवसर पर गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. तरविन्द्र जीत कौर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला की विस्तृत जानकारी दी।
तीसरे सत्र की मुख्य वक्ता पीएयू लुधियाना में फूड और न्यूट्रिशन में कार्यरत सोनिका शर्मा ने खाद्य लेबल के नियम व उनके उपयोग, पैकिंग के संदर्भ में अहम जानकारियों दी। वहीं चौथे सत्र में प्रो. जसविन्द्र बरार ने रोग प्रतिरोधक क्षमता और स्वास्थ्य के बारे में व्याख्यान देते हुए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ प्रोबायोटिक भोजन, कार्यात्मक खाद्य पदार्थ और भोजन के अलग गुणों के बारे में बताया। उन्होंने स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम को आवश्यक बताया।
कार्यशाला के अंतिम दिन के पहले सत्र में पीएयू विश्वविद्यालय की प्रो. किरण ने बायो एक्टिव यौगिकों के स्वास्थ्य पर प्रभाव के बारे में बताया। दूसरे सत्र में डॉ. अमरजीत मिन्हास, पूर्व हैड, डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी पीजीआई, चंडीगढ़ तथा स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने बीमारियों से संबंधित घरेलू इजाज बताए व घर के खाने को उत्तम बताया। तीसरे सत्र में डॉ. रीतू प्रधान ने मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए भोज्य पदार्थ व डॉ. गीता मेहरा, डीएवी कॉलेज फॉर वुमेन चंडीगढ़ ने चौथे सत्र में जेनेटिक मोडिफाइड खाद्य पदार्थों की जानकारी साझा की। वहीं पहले दिन डॉ. अमरजीत सिंह ने ट्रांसफैट, डॉ. नैंसी साहनी ने पोषण व लाइफ स्टाइल बदलाव, प्रो. नीरा राघव ने थेराप्यूटिक वंडर इन एंड अराउंड अस के विषय में व्याख्यान दिया।
कार्यशाला के अंतिम दिन के पहले सत्र में पीएयू विश्वविद्यालय की प्रो. किरण ने बायो एक्टिव यौगिकों के स्वास्थ्य पर प्रभाव के बारे में बताया। दूसरे सत्र में डॉ. अमरजीत मिन्हास, पूर्व हैड, डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी पीजीआई, चंडीगढ़ तथा स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने बीमारियों से संबंधित घरेलू इजाज बताए व घर के खाने को उत्तम बताया। तीसरे सत्र में डॉ. रीतू प्रधान ने मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए भोज्य पदार्थ व डॉ. गीता मेहरा, डीएवी कॉलेज फॉर वुमेन चंडीगढ़ ने चौथे सत्र में जेनेटिक मोडिफाइड खाद्य पदार्थों की जानकारी साझा की। वहीं पहले दिन डॉ. अमरजीत सिंह ने ट्रांसफैट, डॉ. नैंसी साहनी ने पोषण व लाइफ स्टाइल बदलाव, प्रो. नीरा राघव ने थेराप्यूटिक वंडर इन एंड अराउंड अस के विषय में व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. तरविन्द्र जीत कौर ने सभी वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। सभी प्रतिभागी ऑनलाइन माध्यम से कार्यशाला में जुडे़।