जिन्होंने मेरे पति की जान ली है, मैं उन दहशतगर्दों की आंखों में दहशत देखना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि वे गिड़गिड़ाकर जिंदगी की भीख मांगे, ताकि उन्हें पता चल सके कि जिंदगी क्या है और मौत क्या है।
इन आतंकियों से मैं आंखों में आंखें डालकर बात करना चाहती हूं और पूछना चाहती हूं कि आखिर हमारा कसूर क्या था। क्यों उन्होंने निहत्थे लोगों की जान ले ली। मेरी सरकार से अपील है कि आतंकियों को मारने से पहले मेरे सामने लाया जाए। यह कहना है पहलगाम में अपना बलिदान देने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी का।
हिमांशी वीरवार को एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य से बात कर रही थी। इस दौरान हिमांशी ने पूरी वारदात के बारे में बताया और कहा कि कैसे चंद सेकेंड में ही आतंकियों ने हंसते खेलते परिवारों को उजाड़ दिया।
आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए हिमांशी ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले को गंभीरता से देखे और इस वारदात को अंजाम देने वालों को उनके अंजाम तक जरूर पहुंचाए। गौर हो कि इससे पहले विनय की बहन सृष्टि भी हरियाणा के सीएम सामने आतंकियों के सिर लाने की मांग कर चुकी है। 

मेरा भाई सर्वोच्च सम्मान का हकदार : सृष्टि

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की बहन सृष्टि नरवाल ने कहा कि मेरा भाई सर्वोच्च सम्मान का हकदार है, और उसे वो मिलना चाहिए। उसने देश के लिए अपने प्राण दिए हैं। मेरे लिए मेरा भाई सब कुछ था और सबकुछ रहेगा। सृष्टि ने सोशल मीडिया पर एक चल रही वीडियो को लेकर भी कहा कि, वे दोनों विनय और हिमांशी नहीं हैं।

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