अहिल्याबाई होल्कर ने पूरे भारत में मंदिरों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कीः प्रो. महासिंह पूनिया
कुवि के जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान तथा पंचनद शोध संस्थान, कुरुक्षेत्र के तत्वावधान में एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित
कुरुक्षेत्र, 7 मार्च। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान और पंचनद शोध संस्थान, कुरुक्षेत्र के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पुन्याश्लोका अहिल्याबाई होल्करः आईडल ऑफ विमेनहुड’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्टेट इस्टियूट ऑफ एंडवास स्टडीज इन टीचर एजुकेशन, हरियाणा, झज्जर के निदेशक डॉ. ऋषि गोयल ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण में अहिल्या बाई होल्कर का अमूल्य योगदान है क्योंकि वर्तमान में जिस सामाजिक, प्रशासनिक, राजनीतिक, आर्थिक जिम्मेवारियों के पदों पर महिलाओं की भागीदारी दिखाई देती है उसके पीछे देवी अहिल्या बाई होल्कर की झलक दिखती है। उन्होंने कहा कि पूर्व में समाज में महिलाओं के प्रति जो भेदभाव रहा है उन्हें दूर करने में उन्होंने अपनी प्रशासनिक नीतियों से दूर करने में अहम भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा कि एक छोटे से राज्य की प्रशासिका अपने अच्छे कार्यों से संपूर्ण भारत में जानी जाती है।
इस अवसर पर पर महिला अध्ययन अनुसंधान केंद्र, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की निदेशक प्रोफेसर अनिता दुआ ने कहा कि समाज में महिलाओं की समान सहभागिता की जरूरत है क्योंकि समाज में महिलाओं की 50 प्रतिशत भागीदारी है। उन्होंने कहा कि समाज और राष्ट्र का विकास महिलाओं को समान भागीदारी देने ही होगा। उन्होंने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत-2047 के सपने को तभी पूर्ण किया जा सकेगा जब तक महिला और पुरुष बराबर समझे जायेंगे।
जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर महासिंह पूनिया ने विश्व महिला दिवस पर समस्त विश्व की महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि अहिल्याबाई होल्कर ने पूरे भारत में मंदिरों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। पिछले दो दशकों में सामाजिक, आर्थिक, राजनीति और शैक्षणिक क्षेत्रों में भारत की महिलाओं में अद्धितीय उन्नति की है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति परिवर्तन की शुरुआत हो चुकी है क्योंकि हमने यह खुद से शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि कोई भी परिवर्तन तभी आगे विकसित होता जब उसकी खुद से शुरुआत करते हैं। इस अवसर पर संस्थान की समस्त शिक्षिकाओं को पवित्र गीता और स्टॉल देकर सम्मानित किया गया।
पंचनद शोध संस्थान, कुरुक्षेत्र की अध्यक्ष और संस्थान की सहायक प्रोफेसर डॉ. मधुदीप ने कहा कि भारत में ज्ञान की देवी, धन की देवी और शक्ति की देवी सभी महिलाओं के हाथों में जिसकी हम पूजा करते हैं।
कार्यक्रम का संचालन पंचनद शोध संस्थान, कुरुक्षेत्र सचिव और संस्थान में तकनीकी सहायक राजेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर प्रो. अनिता दुआ, डॉ. मधुदीप, डॉ. जयकिशन भारद्वाज और गौरव कुमार, कंवरदीप शर्मा, रितु, सुनिता, कंचन, अर्पणा, प्रीति, राहुल अरोड़ा, अमित जांगड़ा, राकेश कुमार, सन्नी जांगड़ा, डॉ. अभिनव, डॉ. रोशन मस्ताना, डॉ. अतुल मिश्रा, डॉ. कांता, डॉ. सपना, जितेन्द्र रोेहिल्ला के साथ शोधार्थी सचिन कुमार और संस्थान के विद्यार्थी गण उपस्थित रहे।