केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे करनाल के सुल्तानपुर गांव
केंद्रीय मंत्री ने गांव में पाईव पौंड सिस्टम का लिया जायजा, विभिन्न विकास परियोजनाओं के लाभार्थियों से की बातचीत
करनाल, 11 दिसम्बर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार का संकल्प है कि कोई बहन गरीब न रहे। वह आर्थिक रूप से सशक्त बने। महिला सशक्तिकरण उनके जीवन का लक्ष्य है। इसके साथ-साथ यह भी कोशिश है कि फसलों की पैदावार बढ़े, लागत घटे और किसानों को वाजिब दाम मिले। सरकार ने बासमती चावल पर न्यूनतम निर्यात मूल्य को घटाया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिये आरंभ की गई योजनाओं से उनके जीवन में बदलाव आया है। देश में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है जिनमें से एक करोड़ 15 लाख बन चुकी हैं।
केंद्रीय मंत्री आज जिला के गांव सुल्तानपुर में ग्रामीणों, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं और मनरेगा कर्मियों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने प्राकृतिक विधि से गांव के गंदे पानी के प्रबंधन के लिये बनाई फाईव पौंड सिस्टम को देखा। केंद्रीय मंत्री ने गांव के सक्षम केंद्र और सीएससी का निरीक्षण किया और वहां तैनात कर्मचारियों से रोजाना होने वाले औसत आमदन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थी मूर्ति देवी से भी बातचीत की। अंबेडकर भवन में ई-लाइब्रेरी का दौरा कर वहां प्रतिदिन पढ़ने के लिये आने वाले युवाओं की संख्या के बारे में पूछताछ की। पार्क का निरीक्षण करने के बाद ड्रोन दीदी द्वारा उड़ाए गए ड्रोन को देखा और इस संबंध में जानकारी भी ली।
सामुदायिक केंद्र पहुंचने पर सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के आयुक्त एवं सचिव अमित अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत करते हुए उनकी सहजता, सरलता, सादगी की मुक्त कंठ से सराहना की। नीलोखेड़ी के विधायक भगवानदास कबीरपंथी ने भी केंद्रीय मंत्री का अभिनंदन किया और पंचायत की ओर से सरपंच जसमेर चौहान ने केंद्रीय मंत्री को पगड़ी पहनाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
सुल्तानपुर को बताया आदर्श गांव
सुल्तानपुर का दौरा कर मंत्री काफी खुश व संतुष्ट नजर आये। उन्होंने इस गांव को आदर्श करार दिया। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं का किस ढंग से बेहतर क्रियान्वयन किया जाना चाहिए, यह गांव उसका नमूना है। यहां मनरेगा का बेहतर उपयोग और गंदे पानी की निकासी और सफाई की बेहतर व्यवस्था की गई है। सीएससी का संचालन बहनें कर रही हैं। यहां व्यवस्थित सामुदायिक भवन बना हुआ है। पुलिस थाना में यहां का एक भी मामला नहीं है। यहां शहरों जैसी सुविधायें हैं। सामूहिकता की भावना इस गांव को और आगे लेकर जायेगी। इन सब व्यवस्थाओं के लिये उन्होंने सरपंच को बधाई दी।
लखपति दीदी बनाना लक्ष्य
एचएसजी के बारे में पूछे जाने पर ज्योति ने बताया कि गांव में 16 समूह हैं और इनसे 175 परिवार जुड़े हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है कि बहनों को गरीब नहीं रहने देना। यह केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का संसदीय क्षेत्र है, उन्होंने नौकरियों में बिना पर्ची, बिना खर्ची व्यवस्था लागू की। सरकार का प्रयास बहनों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को लखपति दीदी बनाना है। मंत्री ने महिलाओं से पूछा कि कौन-कौन लखपति दीदी हैं और कौन-कौन लखपति बनना चाहती हैं। बताया कि घर का कामकाज करते हुये साल में एक लाख से अधिक आमदन वाली महिला लखपति दीदी है। आजीविका मिशन के माध्यम से कई तरह के कार्य शुरू किये गये हैं। सरकारी योजनाओं के कारण महिलाओं की जिंदगी बदल रही है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि एसएचजी से जुड़कर आर्थिक गतिविधियां शुरू करें। उन्होंने कहा कि देश में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है जबकि एक करोड़ 15 लाख बनाई जा चुकी हैं।
फसल विविधिकरण की अपील
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार प्रयास है कि पैदावार बढ़े, लागत घटे और किसानों को वाजिब दाम मिले। 23 फसलों को एमएसपी देने के लिये उन्होंने राज्य सरकार की प्रशंसा की और कहा कि करनाल धान का कटोरा है। यहां का धान अरब देशों में धूम मचा रहा है। उन्होंने किसानों से फसलों के विविधिकरण की अपील की। बोले-इस समय दालों और तेलों का आयात करना पड़ता है। किसान मूंग, मसूर और उड़द की जितनी पैदावार करेंगे उसे एमएसपी पर खरीदा जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने चावल के एक्सपोर्ट पर न्यूनतम निर्यात प्राइस को घटा दिया गया है।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर विधायक भगवानदास कबीरपंथी, विकास एवं पंचायत विभाग के आयुक्त एवं सचिव अमित अग्रवाल, निदेशक जयकिशन अभीर, ग्रामीण आजीविका मिशन की सीईओ अमरेंदर कौर, हरियाणा परिवार पहचान पत्र अथॉरिटी के सीईओ जे गणेशन, उपायुक्त उत्तम सिंह, सीईओ जिला परिषद गौरव कुमार, डीडीपीओ संजय टांक, बीडीपीओ आशुतोष, सरपंच जसमेर चौहान, एसई वीरेंद्र चौहान, एक्सईएन परमिंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।