कृषि वैज्ञानिक ने गर्मी में सब्जियों की फसलों को बचाने के लिए उचित उपाय बताए
कुरुक्षेत्र, 8 मई : गर्मी के मौसम में हरी सब्जियों की अधिक डिमांड होती है। यह हरी सब्जियां ही गर्मी के मौसम में अधिक लाभकारी होती हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार मई और जून महीने में जब तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है तो खेतों में खड़ी सब्जी की फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ जाती है। कृषि वैज्ञानिक डा. सी.बी. सिंह ने बताया कि गर्मी के मौसम में बेल वाली तथा धरती के निकट लगी सब्जियों के खराब होने का खतरा अधिक होता है। उन्होंने मई और जून महीने की गर्मी में सब्जियों की फसलों को बचाने के लिए उचित समय पर सिंचाई, छाया और कीट नियंत्रण बारे महत्वपूर्ण जानकारी दी। डा. सिंह के अनुसार गर्मी के मौसम में कृषि विशेषज्ञों एवं कृषि अधिकारियों के परामर्श अनुसार शाम का समय सिंचाई के लिए उचित है। विशेष रूप से बेल वाली सब्जियों के लिए नमी बनाए रखनी चाहिए। गर्मी के दौरान पौधों को अधिक धूप से बचाने के लिए छाया प्रदान करना भी एक अच्छा विकल्प है। डा. सिंह ने कहा कि 4-5 दिन के अंतराल पर शाम के समय सिंचाई करें। इससे उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार होता है क्योंकि नमी बनाए रखना गर्मी में बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि फसल को कीटों से बचाने के लिए समय-समय पर कीटों के नियंत्रण के उपाय करें। मई और जून में गर्मी में अच्छी तरह से उगाई जा सकने वाली सब्जियां जैसे लौकी, करेला, तोरई और भिंडी जैसी सब्जियों को लगाया जा सकता है। विभिन्न फसलों का फसल चक्र अपनाने से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और कीड़ों और बीमारियों से बचाव होता है। अच्छे बीज का चयन करना भी महत्वपूर्ण है ताकि अच्छी फसल प्राप्त हो सकें।