Category: International

क्यों नहीं अभिभावकों को सरकारी स्कूलों पर भरोसा ?

हालिया अध्ययन ने पुष्टि की है कि शिक्षा की खराब गुणवत्ता के कारण माता-पिता को सरकारी स्कूलों पर भरोसा नहीं है और वे अपने बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला…

*फ़ैड डाइट, सिक्स पैक एब्स और साइज़ ज़ीरो फिगर के युग में योग: सुमित उब्बा* 

जाने-माने *योग प्रशिक्षक और हिसार में इम्पैसिव योगा सोसाइटी आजाद नगर के संस्थापक सुमित उब्बा (आर्यनगर)* के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, हमने जाना कि उनके लिए योग का क्या…

सीईआईआर के माध्यम से गुम हुऐ मोबाईल के आईएमईआई नंबर से ब्लॉक होगा फोन

  मोबाईल फोन खरीदते वक्त जान सकते है आईएमईआई की स्टीक जानकारी। भारत सरकार ने गुमशुदा फोन की रिपोर्ट के लिए सीईआईआर (CEIR) वेब पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल…

एयर फोर्स स्टेशन अंबाला में नं. 5 स्क्वाड्रन का प्लैटिनम जयंती समारोह रोमांचक एयर डिस्पले का आयोजन

अम्बाला, 24 नवम्बर नंबर 5 स्क्वाड्रन एएफ, जिसे टस्कर्स के नाम से भी जाना जाता है, ने सेवा के पचहत्तर गौरवशाली वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस उपलब्धि का जश्न…

“सनातन धर्म” शब्द को कैसे हेरफेर और हथियार बनाया गया है और हिंदू धर्म के ढांचे के भीतर जाति-विशेषाधिकार प्राप्त हिंदुओं की जाति भेदभाव को संबोधित करने में क्या जिम्मेदारियां…

गीता महोत्सव में असम कल्चर विलेज मे नजर आएगी असम की सांस्कृतिक धरोहर

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 17 दिसंबर से पुरुषोत्तमपुरा बाग ब्रह्मसरोवर में सजेगा असम पेवेलियन, असम सरकार के सांस्कृतिक विभाग के अधिकारियों ने किया ब्रह्मसरोवर का अवलोकन, उपायुक्त शांतनु शर्मा व…

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 का आगाज करेंगे उप राष्ट्रपति

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 17 दिसंबर को गीता पूजन से करेंगे महोत्सव का शुभारंभ, विश्वविद्यालय में गीता सेमिनार का भी करेंगे उद्घाटन, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शिल्प मेला होगा 7…

आज दिल जीते हैं, कल फिर कप जीतेंगे। जन्म मरण के चक्र-सी है, हार जीत लग रही। लड़े-भिड़े शौर्य से, आज नही तो कल सही।।

कप जितने से बड़ी बात दिल जीतना होता है। क्रिकेट खत्म नही हो गया। 46 दिन में 45 दिन आप जीते हो। हमारी भारतीय टीम ने 2023 वर्ल्ड कप के अंदर 10 मैच जीते और आज फाइनल हारने…

भौतिकता की चाह में पीछे छूटते रिश्ते 

एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी, जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं और हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं। रिश्तों के प्रति इंसान को…

शादी-ब्याह : बढ़ता दिखावा-घटता अपनापन

भौतिकता की पराकाष्ठा के समय में जिसमें प्रत्येक कार्य व रिश्तों को धन की बुनियाद पर खड़ा किया जाने लगा है और वो सम्पूर्ण मानव जाति के लिये घातक कदम…