6 राज्यों में सेवा पूरी करने के बाद हरियाणा में भी शुरू होगी दिव्यांग सेवा : नेशनल कोआर्डिनेटर
कहा : भारत में हैं करीब 12 करोड़ दिव्यांग
कुरुक्षेत्र, 20 मार्च।
ब्रह्माकुमारीज : पंजाब जोन मीडिया कोआर्डिनेटर बी.के. पूनम बहन ने बताया कि हरियाणा सरकार व ब्रह्माकुमारीज के संयुक्त तत्वावधान में दिव्यांग व्यक्तियों को स्व: के प्रति जागरूक करने के लिए शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। इतना ही नहीं, इसे सफल बनाने के लिए हरियाणा, पंजाब एवं चण्डीगढ़ से 60 ट्रेनर को ट्रेनिंग भी दी गई है। ट्रेनिंग से लौटी पूनम बहन ने एक विशेष भेंट में बताया कि ब्रह्माकुमारीज दिव्यांग सेवा विभाग माउंट आबू द्वारा एक दिन का ट्रेनर को ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम चंडीगढ़ में हुआ, जिसमें ब्रह्माकुमारीज दिव्यांग सेवा विभाग के नेशनल कोआर्डिनेटर बी.के. सूर्यमणि मुख्यालय माउंट आबू से पधारे। उनके साथ बी.के. सूर्य प्रकाश राव पूर्व भारतीय वायुसेना के युद्ध विमान के पायलट व इंजीनियर बी.के. अतुल्य भी ट्रेनिंग देने आए।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, प्रभू उपवन सैक्टर 28-डी चण्डीगढ़ की प्रभारी बी.के. पूनम बहन ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज़ के 20 विभाग में से एक विभाग ‘दिव्यांग सेवा विभाग’ है, जो पिछले 16 वर्षों से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सेवारत है। हरियाणा सरकार व ब्रह्माकुमारीज ने हरियाणा राज्य में दिव्यांग सेवाएं देने के लिए ये ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा था, जिसमें हरियाणा, पंजाब व चण्डीगढ़ के 60 ट्रेनर ने ट्रेनिंग ली।
राजयोगिनी बी.के. उत्तरा दीदी पंजाब जोन के डायरेक्टर व चंडीगढ़ सर्कल इन्चार्ज ने कहा कि दिव्यांग सेवा सर्वोत्म सेवा है। हमारा प्रयास है कि दिव्यांग व्यक्तियों को भी परमात्म पिता का सन्देश मिले व मेडिटेशन द्वारा वे भी अपनी आन्तरिक शक्तियों को जान जाए। मुख्यालय माउंट आबू से आए नेशनल कोआर्डिनेटर बी.के. सूर्यमणि ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज का दिव्यांग सेवा विभाग, दिव्यांग व्यक्तियों के आन्तरिक गुणों और सदगुणों को विकसित करने के लिए वर्ष 2008 से प्रयासरत है। राज्य सरकार के सहयोग से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सारे भारत में यह अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक 6 राज्यों में यह सेवा पूरी करने के बाद हरियाणा में य़ह सेवा अब कारवाई जानी है। इसलिए ट्रेनर को ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम रखा गया। बी.के. (ग्रुप कैप्टन) सूर्य प्रकाश राव ने बताया भारत में करीब 12 करोड़ दिव्यांग हैं। पूरे विश्व में तो कितने अधिक होंगें, इसलिए हमें बहुत ट्रेनर चाहिए। वर्ष 2024 अन्त तक 50,000 ट्रेनर तैयार होंगें, तो वे अच्छे से यह सेवा कर सकते हैं। बी.के. (इन्जि.) अतुल्य ने ट्रेनिंग बारे बच्चों में खेल के द्वारा प्रतिष्ठित व्यक्तियों के उदाहरण द्वारा जैसे प्रांजल पाटिल (आईएएस), स्टीफन हॉकिंग व अरुणिमा सिन्हा आदि से प्रेरित कर उनमें उमंग उत्साह बढ़ाया जा सकता है। इस अवसर पर बी.के. राधे श्याम, बी.के. किरण भी मौजूद रहे।