राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने दो नमो भारत कारिडोर की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए विस्तृत परियोजना रिपोर्टों पर प्रस्तुति दी। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कारिडोर के 55 किलोमीटर सेक्शन पर संचालन सफल रहा है। 

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दिए ये सुझाव

मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि नमो भारत कॉरिडोर का डिजाइन भविष्य के लिए तैयार होना चाहिए और मेट्रो सिस्टम के साथ कुशल एकीकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। 

दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी और दिल्ली-पानीपत-करनाल कॉरिडोर से संबंधित अलाइनमेंट, स्टेशनों और भूमि आवश्यकताओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने विभागों को परियोजनाओं की शीघ्र शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए एनसीआरटीसी को आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। 

उन्होंने गुरुग्राम-फरीदाबाद-नोएडा नमो भारत कॉरिडोर के अलाइनमेंट की भी समीक्षा की और अधिकारियों को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए एनसीआरटीसी को आवश्यक अनुमोदन और सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। 

नमो भारत ट्रेन लगभग एक घंटे में 90 किमी की दूरी तय करते हुए हाई स्पीड कनेक्टिविटी सुनिश्चित करती है। यह हरियाणा से दिल्ली हवाई अड्डे तक तेज और सीधी पहुंच भी प्रदान करेगा। 

नमो भारत ट्रेन की अधिकतम डिजाइन गति 180 किमी प्रति घंटा है, जिसमें 5-10 किमी की अंतर-स्टेशन दूरी और हर 5-10 मिनट में ट्रेन की आवृत्ति है। इसमें प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली भी होगी।