कृषि विशेषज्ञों के अनुसार तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है
कुरुक्षेत्र, 23 फरवरी : कुरुक्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों में बार बार मौसम का परिवर्तनशील होना किसानों को चिंता में डाल रहा है। हवा का रुख भी बार बार बदल रहा है। कृषि विशेषज्ञों ने भी माना है कि मौसम के बदलाव से ठंड के बाद अब तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिससे किसानों की चिंता थोड़ी बढ़ गई है। कृषि वैज्ञानिक डा. सी.बी. सिंह के अनुसार वैसे तो अभी गेहूं की पैदावार में बेहतर अंकुरण और अच्छी ग्रोथ देखने को मिल रही है, जो संभावित रूप से अधिक उत्पादन की ओर इशारा है। लेकिन बार बार बरसात अथवा ओलावृष्टि से नुकसान की संभावना रहती है। उन्होंने मौसम की स्थिति को देखते हुए कहा कि सब्जी की फसलें लगाने के लिए मौसम अनुकूल बना हुआ है। ऐसे मौसम में सब्जी के बीज का फुटाव भी अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि बीते सालों में गेहूं की फसल में पीला रतुआ रोग लगने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन वैज्ञानिकों और किसानों की मेहनत रंग लाई है। नई किस्मों के कारण अभी तक पीला रतुआ रोग नहीं देखा गया है। इससे न केवल किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकेगा बल्कि उत्पादन भी बढ़ेगा। डा. सिंह ने कहा कि पिछले दिनों तेज धूप और हवा के कारण कुछ क्षेत्रों में किसान चिंतित थे, लेकिन विशेषज्ञों ने उन्हें कुछ सुझाव दिए हैं कि इन दिनों दिन में तेज हवाएं चल रही हैं, इसलिए किसानों को शाम के समय सिंचाई करने की सलाह दी गई है। इस समय हवा की गति कम हो जाती है, जिससे पानी का सही उपयोग होता है और नमी बनी रहती है। उन्होंने कहा कि भले ही अभी तक पीला रतुआ रोग देखने को नहीं मिला है, लेकिन फिर भी किसानों को सतर्क रहना चाहिए और अगर किसी खेत में कोई बीमारी दिखे तो तुरंत कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क करना चाहिए।