कुरुक्षेत्र 11 नवंबर । जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने बताया कि डेंगू जो कि मादा एडीज एजिपटाई मच्छर के काटने से होता है और जो कि ज्यादातर साफ पानी में ही पनपता है। ऐसे में जिला स्वास्थ्य विभाग मलेरिया पिछले कुछ महीनों से ही आमजन को इस मच्छर से बचाने के हर संभव प्रयास कर रहा है। यदि किसी कोई भी डेंगू बुखार हो भी रहा है तो ऐसे मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने लोकनायक जयप्रकाश नागरिक अस्पताल के साथ-साथ सभी सामुदायिक केंद्रों पर आइसोलेशन वॉर्ड भी बनाए गए है।
सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि थानेसर, लाडवा, शाहबाद व पिहोवा में 25 स्वास्थ्य टीमों द्वारा डेंगू के अब तक कुल 2407 सैम्पल लिए गए है। जिसमें आज टीमों द्वारा 83 डेंगू के सैम्पल लिए गए है, और जिसमें 4 केस एक्टिव पाए गए है अब तक कुल 222 केस एक्टिव थे। उन्होंने बताया कि आज 10 डेंगू के मरीज रिकवर हो गए है और अब तक कुल 204 डेंगू के मरीज रिकवर हो चुके है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 222 डेंगू के एक्टिव केसों में से 204 डेंगू के मरीज रिकवर कर चुके है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 1331695 घरों को चैक किया जा चुका है जिसमें से आज 10234 घरों को चैक किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 1948 लारवा पॉजिटिव पाया गया है जिसमें से आज 16 जगहों पर डेंगू लारवा पाया गया है। उन्होंने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए आमजन को जागरूक करने के साथ-साथ सभी आवश्यक गतिविधियां भी करवाई जा रही है। जिला कुरुक्षेत्र में आज जोनल एनटोमोलोजिस्ट टीम ने थानेसर शहर के विभिन्न स्थानों पर जाकर मच्छरों की डेंसिटी नापने के लिये मच्छरों का संगठन किया व जल्द ही उसकी रिपोर्ट जिला मलेरिया अधिकारी के साथ साझा की जाएगी।
उन्होंने आम जन से अपील करते हुए कहा कि कि आप स्वयं को व आस-पास के लोगों को कैसे डेंगू की चपेट में आने से बचा सकते है। इसके लिए यदि आपके घरों के पास पानी खड़ा हो तो उसमें कोई भी चिकनाई युक्त पदार्थ / काला तेल डाल दे जिससे कि मच्छर पैदा नहीं हो सकेगा। बच्चों बुजुर्गों को अवश्य ही पूरी बाजू के कपड़े पहनाए, घरों में जाली वाले दरवाजों का प्रयोग करे, रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करे, अपने आस-पास पानी खड़ा न होने दे। यदि किसी को बुखार सिरदर्द, घुटनों में दर्द के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर फ्री में मलेरिया की जांच करवाएं तथा डॉक्टरों से परामर्श जरूर लें।