केयू जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा अंतरराष्ट्रीय एनिमेशन डे पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित
कुरुक्षेत्र, 21 अक्टूबर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मीडिया एवं प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा अंतरराष्ट्रीय एनिमेशन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि कहा कि विद्यार्थी अपनी प्रतिभा व कौशल का करें उत्कृष्ट प्रदर्शन क्योंकि यह जिन्दगी दोबारा नहीं मिलेगी। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई पेंटिंग, क्ले आर्ट, डिजिटल पोस्टर की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी में रचनात्मकता होती है, ऐसे अवसर उस रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का एक उचित माध्यम होते हैं। विद्यार्थी केवल क्लासरूम तक ही सीमित न रहें, अपने अंदर छुपी प्रतिभा व कौशल को पहचाने व प्रदर्शित करें। उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि संस्थान पिछले चार वर्षों से अंतरराष्ट्रीय एनिमेशन दिवस का नियमित आयोजन कर रहा है जिसमें प्रत्येक विद्यार्थी अपनी कला व कौशल को दूसरे विद्यार्थियों से साझा कर अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि संस्थान भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम करता रहेगा जिससे विद्यार्थी न केवल अपने लिए रोजगार प्राप्त करने में सक्षम हों बल्कि वे इतने आत्मनिर्भर बने कि दूसरों को भी रोजगार दे सकें।
उन्होंने संस्थान की निदेशिका प्रोफेसर बिंदु शर्मा ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह संस्थान और विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि देश भर से 400 से अधिक प्रतिभागियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है जिसके परिणाम कल 22 अक्टूबर को घोषित कर विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस आयोजन को और भी बड़े स्तर पर लेकर जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कार्यक्रम का आयोजन करने वाली विद्यार्थियों की टीम की विशेष प्रशंसा करते हुए कहा कि कार्यक्रम की सफलता उनकी अथक मेहनत का परिणाम है। दो दिवसीय कार्यक्रम में ग्राफिक्स एवं एनिमेशन पर आधारित 14 प्रतियोगिताएं करवाई जा रही हैं जिनमें शॉर्ट फिल्म, फोटोग्राफी, ब्रैंड डिजाइन, मीम क्रिएशन, 3डी करेक्टर व सीन डिजाइन,  इलस्ट्रेशन डिजाइन, स्टॉप मोशन, डिजिटल एवं हैंडमेड पोस्टर प्रतियोगिता, बीजीएमआई मोबाइल गेमिंग, कैप्शन राइटिंग, फेस पेंटिंग एवं क्विज इत्यादि शामिल हैं। इनमें से ब्रैण्ड डिजाइन, फोटोग्राफी, शॉर्ट फिल्म और मीम क्रिएशन चार ऐसी प्रतियोगिताएं हैं जिसके लिए पूरे भारत से प्रतिभागियों ने कृतियां जमा करवा अपनी भागीदारी दर्शायी है।
मंच का संचालन ग्राफिक्स एवं एनिमेशन के अध्यापक राहुल ने किया एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के सुचारू योजना करने में संस्थान के अन्य अध्यापकों मोनिका, नितिन मुकेश, सन्नी व अपर्णा ने अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर डॉ. मधुदीप सिंह, राजेश, सुनिता, ऋतु, गौरव, सचिन वर्मा, राकेश कुमार, सपना, प्रिति, अमित जांगड़ा, डॉ. रोशन लाल, डॉ अभिनव, जितेन्द्र रोहिला, सतीश राणा, कंवरदीप सहित सभी शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद थे।

केयू में कुवि के वूमेन इन स्टेम फोरम (विस) कार्यक्रम आज
कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा होंगे कार्यक्रम के मुख्यातिथि
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग व गणित क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित महिला संकाय सदस्यों को करेंगे सम्मानित
कुरुक्षेत्र, 21 अक्टूबर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में मंगलवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विस फोरम की ओर से केयू सीनेट हॉल में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग व गणित क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित महिला संकाय सदस्यों को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा बतौर मुख्यातिथि सम्मानित करेंगे। यह जानकारी देते हुए लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि कार्यक्रम में प्रतिष्ठित महिला वैज्ञानिक प्रोफेसर अनुभा कौशिक, प्रमुख केंद्र फॉर सस्टेनेबिलिटी एंड क्लाइमेट चेंज, यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ एनवायरनमेंट मैनेजमेंट, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नई दिल्ली अपना विशिष्ट व्याख्यान देंगी। केयू विस फोरम की समन्वयक प्रोफेसर अनीता भटनागर ने बताया कि इस कार्यक्रम में छह महिला संकाय सदस्यों और दो शोधार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा द्वारा महिला संकाय संदस्यों को विशेष रूप से  सम्मानित किया जाएगा।
गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के शिक्षण विभागों/संस्थानों में कार्यरत महिला शिक्षकों से वूमेन इन स्टेम (विस) के पुरस्कारों के लिए कैलेंडर वर्ष 2023 के लिए तीन श्रेणियों में आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इन पुरस्कारों की प्रत्येक श्रेणी में चार पुरस्कार घोषित किए गए हैं जिनमें विज्ञान संकाय, फार्मास्युटिकल विज्ञान सहित जीव विज्ञान संकाय, गणित विषय और इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में से प्रत्येक में एक-एक पुरस्कार दिया जाएगा।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि कैटेगरी-1 में विस फोरम अवार्ड फॉर एच इम्पैक्ट रिसर्च पेपर के लिए फैकल्टी ऑफ सांइसिज से रसायन विज्ञान विभाग की डॉ. नीरा राघव,  फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसिज में जैव प्रौद्योगिकी विभाग की डॉ. अनीता यादव तथा फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी में यूआईईटी से डॉ. रीता देवी को चुना गया है।
उन्होंने बताया कि कैटेगरी-2 विस फोरम अवार्ड फॉर मैक्सिमम नंबर ऑफ साइटेशन फैकल्टी ऑफ साइंसेज से भौतिकी विभाग की डॉ. सुमन मेहंदिया तथा फैकल्टी ऑफ लाइफ सांइसिज से जूलॉजी विभाग की डॉ. अनीता भटनागर, कैटेगरी-3 में विस फोरम अवार्ड फॉर मैक्सिमम रिसर्च ग्रांट के लिए फैकल्टी ऑफ साइंसिज से फिजिक्स विभाग की डॉ. सुमन मेंहदिया को अवार्ड के लिए चुना गया है। उन्होंने बताया कि कैटेगरी-4 विस फोरम अवार्ड फॉर बेस्ट फीमेल रिसर्च स्कालर लाईफ सांइसिज से केमिस्ट्री विभाग की शोधार्थी किरण सिवाच तथा लाईफ सांइसिज से जूलॉजी विभाग की शोधार्थी प्रेरणा को अवार्ड के लिए चुना गया है।

केयू एनएसएस यूटीडी इकाई-3 ने चलाया स्वच्छता अभियान

कुरुक्षेत्र, 21 अक्टूबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तीन के द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसकी अध्यक्षता कार्यक्रम अधिकारी डॉ. निधि माथुर द्वारा की गई। इस अभियान में एनएसएस स्वयं सेवकों द्वारा बढ़ चढ़कर भाग लिया और एक स्वच्छ भारत के निर्माण करने में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम में जवाहर लाल नेहरु पुस्तकालय के अध्यक्ष डॉ. चेतन शर्मा व पुस्तकालय के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा इस स्वच्छता अभियान में शामिल हुए। स्वयंसेवकों ने पुस्तकालय के आस-पास पड़े कचरे व पॉलीथिन को एकत्रित कर कूड़ेदान में डाला। कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. निधि माथुर ने संदेश देते हुए कहा की स्वच्छता हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है जो एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करता है। हर व्यक्ति के लिए उनके आस-पास स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है, चाहे वो उनका घर हो, उनकी वर्कप्लेस हो या समुदाय हो। उन्होंने कहा कि स्वच्छ वातावरण न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक आराम भी प्रदान करता है इसलिये हमंे अपने आस-पास की साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए। इस मौके पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. निधि माथुर, पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. चेतन शर्मा, अन्य अधिकारीगण, एनएसएस स्वयंसेवक हर्ष, मीनाक्षी कांत, प्रदीप, अंजली, हिमांशी सहित सभी वालंटियर्स उपस्थित रहे।
उच्च शिक्षा का सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में विशेष योगदान: प्रो. मंजूला चौधरी
केयू एमएमटीटीसी द्वारा एनईपी के 20वें संवेदीकरण अभिमुखता कार्यक्रम में उच्च शिक्षा की भूमिका पर दिया जोर
कुरुक्षेत्र, 21 अक्टूबर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पंडित मदन मोहन मालवीय अध्यापक प्रशिक्षण केंद्र के तत्वाधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर ऑनलाइन माध्यम से आयोजित हो रहे 20वें संवेदीकरण व अभिमुखता कार्यक्रम के पांचवें दिन प्रोफेसर मंजुला चौधरी ने उच्च शिक्षा एवं समाज विषय पर हायर एजुकेशन इन द साइबर फिजिकल एज पर कहा कि उच्च शिक्षा का सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में विशेष योगदान है। यह केवल व्यक्तियों के ज्ञान और कौशल को विकसित करने का साधन नहीं है। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 शिक्षा में डिजिटल तकनीक और ऑनलाइन लर्निंग के उपयोग को प्रोत्साहित करती है, ताकि शिक्षा की पहुँच को और बढ़ाया जा सके।
वहीं दूसरे सत्र में केयू प्रोफेसर वनिता ढींगरा ने कहा कि उच्च शिक्षा समाज को प्रगतिशील और समृद्ध बनाने का एक महत्वपूर्ण घटक भी है। एनईपी 2020 कौशल-आधारित शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण को प्राथमिकता देती है, जिससे युवाओं के रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक समाज के सभी वर्गों के लोग उच्च शिक्षा तक पहुँच नहीं पाएंगे, तब तक समग्र सामाजिक प्रगति संभव नहीं है। संस्थान की निदेशिका प्रो. प्रीति जैन ने प्रतिभागियों को कार्यक्रम में सक्रिय बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन पंजाबी विभाग की सहायक प्रो. डॉ लता खेड़ा ने किया।
केयू यूआईईटी संस्थान में इस्कॉन द्वारा चार दिवसीय गीता वर्कशॉप आरम्भ
कुरुक्षेत्र, 21 अक्टूबर।
 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) में युवा छात्रों के लिए श्रीमदभगवद् गीता को लेकर वर्कशॉप शुरू हुई। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. सुनील ढींगरा ने बताया कि जीवन में संघर्षों से होकर सफलता का रास्ता गीता के माध्यम से ही निकलता है। उन्होंने बताया कि यह चार दिवसीय वर्कशॉप इस्कॉन संस्था द्वारा आयोजित की जा रही है। गौरतलब है कि यूआईईटी एवं इस्कॉन के मध्य हुए एमओयू के अंतर्गत यह गीता वर्कशॉप संचालित की जा रही है।
इस अवसर पर पहले दिन इस्कॉन के वक्ता आदित्य झा ने छात्रों को गीता पर आधारित तीन प्रकार के व्यक्तित्वों के बारे में बताते हुए कहा कि इंसान अपनी इच्छा और आदतों के आधार पर सत्व, रज या तमोगुण में रहता है। व्यक्तिगत और आध्यात्मिक उन्नति के लिए तथा अपने मन को विचलित होने से बचने के लिए सत्वगुण सर्वोत्तम होता है। उन्होंने कहा कि अगर व्यक्ति गीता जैसे आध्यात्मिक पुस्तकों को पढ़े और ध्यान लगाए तो वह सत्वगुण को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि युवा छात्रों को गलत राह और आदतों से बचाने के लिए भगवत गीता बेहद आवश्यक है और इस्कॉन लगातार इसी दिशा में कार्य कर रहा है।

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