अंबाला। अंबाला जिला के नारायणगढ़ उपमंडल के अंतर्गत आते गांव कुराली के मूल निवासी पुष्कर भारद्वाज का चयन भारतीय सेना में इंजीनियरिंग अधिकारी के रूप में चयनित हुए हैं। पुष्कर भारद्वाज की आज से बिहार के गया स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण शुरू हो रहा है।
पुष्कर भारद्वाज के पिता चंद्रकांत शर्मा स्वयं भी भारतीय वायु सेना में सेवारत हैं व उनकी माता सुनीता शर्मा गृहिणी हैं। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से इंजीनियरिंग में स्नातक करने वाले पुष्कर ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हैं और खेलों के विभिन्न अवसरों पर स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीत चुके हैं। पुष्कर के पिता चंद्रकांत शर्मा के अनुसार उन्होंने नॉन मेडिकल स्ट्रीम में बारहवीं कक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक भी हासिल किए।
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें भारतीय वायु सेना द्वारा बीई तक एक निश्चित राशि की छात्रवृत्ति भी प्रदान की गई। उन्होंने यूएसए, यूके और कनाडा के छात्रों को भी अपनी शिक्षण सेवाएं प्रदान की हैं। बचपन से ही उन्हें सेना में अधिकारी बनने का जुनून था। इसके लिए उन्होंने सेवा चयन बोर्ड की परीक्षा देनी शुरू कर दी। इसे हासिल करने के लिए उन्हें कई उतार-चढ़ाव का सामना करते हुए एसएसबी द्वारा अधिकारी बनने की सिफारिश करके इसे हासिल कर लिया। उन्हें भारतीय सेना में इंजीनियरिंग अधिकारी के रूप में चुना गया।
इस कोर्स के लिए उन्हें अखिल भारतीय मेरिट सूची में 38वां स्थान मिला है। आज 27 सितंबर को वह गया (बिहार) में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में शामिल हो गए। जिन्हें ऑफिसर कैडेट के नाम से जाना जाएगा। 49 सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद उन्हें भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त किया जाएगा और मां भारती व देश की सेवा के लिए देश के विभिन्न स्थानों पर तैनात किया जाएगा।