सोनिका वधवा
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस विभाग में आई शिकायतों का निपटान निष्पक्ष और तत्परता के आधार पर किया जाता है। जिनमें ज्यादातर शिकायतकर्ता संतुष्ट हो जाते हैं लेकिन कुछ शिकायतकर्ता पुलिस द्वारा की गई कारवाई से संतुष्ट नहीं होते। शिकायतों के निपटान के बाद सभी शिकायतों का फीडबैक लिया जाता है। फीडबैक के आधार पर यदि शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं होता है तो उस शिकायत को सीएलजी टीम के पास भेजा जाता है। सीएलजी टीम शिकायतकर्ता के घर जाकर उनकी शिकायत का निवारण करते हैं। इस प्रकार की कार्रवाई से ज्यादातर शिकायतकर्ता संतुष्ट पाए जाते हैं। सीएलजी के माध्यम से शिकायतें निपटानें में पुलिस का समय भी बचता है। इस तरह से इस समाधान केंद्र की मदद से जहां जनता का विश्वास पुलिस विभाग के प्रति बढ़ रहा है वहीं माननीय अदालतों का काम भी कम हो रहा है। जिससे पुलिस विभाग के सेवानिवृत कर्मचारियों की कार्य क्षमता व दक्षता का सदुपयोग हो रहा है। पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने बताया कि सीएलजीवैकल्पिक समाधान केंद्र की तरह काम करता है।
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्ष 2025 के प्रथम 10 दिनों में अब तक कुल 53 शिकायतें सीएलजी ग्रुप के पास भेजी गई थी। इनमें से 41 का निपटारा किया जा चुका है जबकि 12 मामलों में कारवाई की जा रही है। निपटान की गई 41 शिकायतों में से 25 शिकायतकर्ता संतुष्ट पाए गये हैं।
कौन कौन शामिल हैं सीएलजी ग्रुप में
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिला कुरुक्षेत्र में पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सीएलजी ग्रुप बनाया गया है। इसके साथ साथ इसमें रिटायर पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, रिटायर एडीए, सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। ये सभी एक टीम की तरह काम करते हैं तथा शिकायतकर्ता के घर पर जाकर उसकी शिकायत का निवारण करते हैं ।