कुरुक्षेत्र, 7 नवंबर। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कुरुक्षेत्र संस्थान के विश्व शांति धाम में सोमवार को प्रभु समर्पण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में माउंट आबू से पधारी ब्रह्माकुमारीज संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके जयंती दीदी, ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य मोहन सिंघल, ज्ञानामृत मैगजीन संपादक व मीडिया विंग चेयरपर्सन राजयोगी बीके भ्राता आत्म प्रकाश, पंजाब जोन की निदेशिका बीके पुष्पा दीदी, राजयोगिनी बीके अनीता दीदी चंडीगढ़ ने विशेष रूप से शिरकत की। थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने भी कार्यक्रम की शोभा को बढ़ाया। समारोह में 9 बाल ब्रह्मचारिणी कुमारियो बीके राधा, सुदर्शन, शिवाली, पुष्पा, रेखा, सुनीता, पुष्पलता, मधु व विद्या ने अपना जीवन विश्व कल्याणार्थ परिवार व स्वयं की इच्छा से भगवान शिव को समर्पित किया। इस दौरान बाल ब्रह्मचारिणी कुमारियों और उनके अभिभावकों ने भी दांया हाथ उठाकर प्रभु के प्रति अपने समर्पण का संकल्प लिया। अपने शुभ वचनों में अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके जयंती दीदी ने कहा कि अध्यात्मिकता की पढ़ाई के लिए पूरे विश्व में विद्यालय है मगर अध्यात्म की शिक्षा के लिए एकमात्र प्रजापिता ब्रह्माकुुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय है। विश्व में 140 से भी ज्यादा इस संस्थान के केंद्र है, जहां पर 40 हजार से भी ज्यादा समर्पित बहनें सेवा कार्य कर रही है और 10 हजार से भी ज्यादा समर्पित भाई सेवा में जुटे है। इस विश्व विद्यालय का टीचर स्वयं भगवान है। इस पढ़ाई के चार सब्जेक्ट है ज्ञान, योग, धारणा व सेवा। हमें नया संसार बनाना है तो माताओं के लिए परमात्म टीचिंग द्वारा परिवर्तन का कार्य चल रहा है। कन्या दान का शास्त्रों में बहुत महत्व बताया है परंतु इन कुमारियों का जीवन न केवल श्रेष्ठ होगा बल्कि सुख शांति से भरपूर होगा। ये संबंध भगवान से है। इनका कभी कोई नुकसान नही हो सकता। अमर साजन मिला है, ये सदा राज करेंगी। समारोह में पंजाब जोन की निदेशिका बीके पुष्पा दीदी ने अपने शुभ वचनोें में कहा कि इन कन्याओं ने स्वयं अकाल मूर्त त्रिलोकीनाथ को वर माना है। आज ये कन्याएं शिव पर बलिहार जाएंगी। पूरा विश्व हमारा परिवार है। ये बेहद का परिवार है। सत्यम, शिवम, सुंदरम सदा शिव परमात्मा को ही कहते है। वो कभी इनके साथ न धोखा करेगा, न तलाक देगा। वो तो भोला नाथ है। माउंट आबू से पधारे ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य मोहन सिंघल ने कहा कि ये 9 कन्याएं परमात्म कार्य को ओर आगे बढ़ाएंगी। ऐसी हमारी शुभ भावनाएं है क्योंकि परामत्म कार्य चल रहा है। उसका कार्य में इनका पूरा सहयोग होगा। ज्ञानामृत मैगजीन संपादक व मीडिया विंग चेयरपर्सन राजयोगी बीके भ्राता आत्म प्रकाश ने अपने शुभ वचनों में कहा कि इन कुमारियोंं के माता-पिता धन्य है। जिन्होंने परमात्म कार्य के लिए अपनी कन्याओं का कन्यादान किया। ये बहनें परमात्म ज्ञान रत्नों को सारे विश्व में बांटेगी। ये पदमापदम सौभाग्यशाली है। कुरुक्षेत्र सेवा केंद्र इंचार्ज राजयोगिनी बीके सरोज बहन ने बताया कि बहुत इंतजार के बाद ये दिन आया। ये संकल्प भ्राता बीके लक्ष्मण भाई जी का था। जो आज पूरा हुआ। आज इस शुभ अवसर पर मैं सभी मेहमानों का स्वागत करती हूं। बीके सरोजन बहन ने सभी 9 बहनों को शुभकामनाए देते हुए कहा कि ये इस विश्व परिवर्तन के कार्य में अथक होकर आगे बढ़ती चले। थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि ये बेटियां लाखों परिवारों के लिए उदाहरण बनकर समाजसेवा करेंगी। ये धन्य है। इनके माता-पिता भी धन्य है। जो अपना परमात्म कार्य में सहयोग दे रही है। कैथल की पुष्पा बहन ने भी समारोह को संबोधित किया। मंच संचालन बीके अनीता ने किया। उन्होंने कहा कि 40 हजार कन्या समर्पित है और 10 हजार भाई है। ये सफेद वस्त्र धारणी जिनको परमात्मा की अनुभूति हुई है वे आज अपना समपर्ण कर रही है। इस अवसर पर छोटे बच्चों ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। गौरव, राहुल, अमित पार्टी ने भंगड़े की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर बीके दीनदयाल, डा. रामकुमार शर्मा, राम अवतार, राम गोपाल, नंदगोपाल, प्रो. दीक्षित गर्ग, हरबंस सिंह ओझला, प्रो. सुरेश चंद, जयभगवान सिंगला, डा. प्रवीण, सुशील अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, बीके बिमला, बीके संतोष चंडीगढ़ और लाडवा, पिपली, कौल सेवा केंद्र के भाई-बहन भी मौजूद रहे।