उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत हरियाणा के कई राज्यों से पहुंची संगत, पंगत में छक्का लंगर
प्रकाश उत्सव समागम में पहुंची संगत का हरियाणा कमेटी की कनिष्ठ उपप्रधान बीबी रविंदर कौर अजराना ने किया स्वागत
कुरुक्षेत्र। धन-धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के श्री अखंड पाठ साहिब की पहली लड़ी के साथ श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज का प्रकाश उत्सव समागम रविवार सुबह शुरु हो गया। ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी में आरंभ हुए सात दिवसीय इस समागम में पहले दिन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत हरियाणा के कई जिलों से यहां पहुंची संगत ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के समक्ष हाजिरी भरी। सबसे पहले गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के पूर्व हैड ग्रंथी एवं कथावाचक भाई गुरदास सिंह ने सरबत के भले की अरदास गुरु चरणों में की। तत्पश्चात श्री अखंड पाठ साहिब की पहली लड़ी का शुभारंभ हुआ और संगत ने गुरबाणी सिमरन करते हुए स्वयं को पुण्य का भागी बनाया। भीषण गर्मी के बावजूद गुरुद्वारा साहिब पहुंची भारी तदाद में पहुंच संगत ने अपने धैर्य का परिचय देते हुए श्री अखंड पाठ साहिब का श्रवण किया।
कार्यक्रम में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी की कनिष्ठ उपप्रधान बीबी रविंदर कौर अजराना ने संस्था के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध की ओर से संगत का यहां पहुंचने पर आभार जताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा दूसरी बार यह समागम करवाया जा रहा है। उन्होंने संगत से कार्यक्रम के दौरान बढ़-चढ़ कर सहयोग करने की अपील की। हरियाणा कमेटी के स्पोकसमैन कवलजीत सिंह अजराना ने संगत को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार समागम में श्री दरबार साहिब श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के चार हजूरी रागी पहुंच रहे। इलाकावासी व दूर-दराज से इस समागम में आने वाली संगत की मांग पर श्री दरबार साहिब के हजूरी रागी भाई शुभदीप सिंह, भाई अमनदीप सिंह, भाई ओंकार सिंह, भाई कर्मजीत सिंह को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के मैंबर एवं प्रसिद्ध कथावाचक भाई साहब सिंह चक्कू भी संगत का मार्गदर्शन करेंगे, जबकि ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही दसवीं पंचकूला के हैड ग्रंथी भाई जगजीत सिंह भी संगत से रूबरू होंगे। यहीं नहीं, हरियाणा कमेटी की धर्म प्रचार विंग के कविशरी जत्था भाई गुरमीत सिंह दनौली, भाई लखविंदर सिंह पारस का ढाडी जत्था भी संगत को गुरु इतिहास से जोड़ेगा। उधर समागम के दौरान दस्तार प्रशिक्षण शिविर भी शुरु किया गया। शिविर में बच्चों व युवाओं को सुंदर दस्तार सजाने के गुर सिखाए गए। युवा कोच सिमरनजीत सिंह व उसके सहयोगियों ने गुरुद्वारा साहिब आने वाले बच्चों को दस्तार सजाने का प्रशिक्षण देते हुए उन्हें दस्तार के स्टाईल भी बताए। कार्यक्रम के दौरान हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के उप सचिव एवं गुरुद्वारा साहिब के पूर्व मैनेजर अमरिंदर सिंह, गुरुद्वारा निरीक्षक प्रभारी जज सिंह, गुरुद्वारा साहिब पातशाही पहली व दसवीं कपाल मोचन के मैनेजर हरकीरत सिंह, धर्म प्रचार के सहायक सुपरवाईजर वजिंदर सिंह, गुरलाल सिंह, गुरुद्वारा इंस्पेकटर मनजीत सिंह, साहब सिंह, ऑर्डर कलर्क युद्धवीर सिंह विर्क सहित अन्य स्टाफ ने प्रबंध को लेकर मोर्चा संभाले रखा। इस मौके पर सिख नेता नरेंद्र सिंह गिल, तजिंदर सिंह मक्कड़, मैनेजर हरमीत सिंह, कैशियर सुखविंदर सिंह, हरपाल सिंह, मनदीप सिंह सहित अन्य मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान ठंडे पानी व जलजीरे की छबील के साथ-साथ लंगर बरताया गया।