कुरुक्षेत्र 29 मई महानिदेशक आयुष हरियाणा पंचकूला के आदेशानुसार उपायुक्त शान्तनु शर्मा के दिशा-निर्देशानुसार में आयुष विभाग कुरुक्षेत्र द्वारा जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान के मार्गदर्शन में तीन दिवसीय योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर कच्चा घेर कुरुक्षेत्र में जिला स्तर/ब्लॉक स्तर पर किया गया। जिसमें जिला योग कोऑर्डिनेटर, आयुष विभाग के योग विशेषज्ञ व योग सहायकों द्वारा जिले के सभी डीपीई, पीटीआई एवं शारीरिक शिक्षकों को प्रात: 6 से 7.30 बजे तक योग प्रोटोकॉल का अभ्यास करवाया गया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि आयुष विभाग हरियाणा के महानिदेशक के आदेशानुसार 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सफल आयोजन हेतु तैयारी शुरु कर दी गई है जोकि 21 जून का आयोजित होगा। जिसके लिए डा. कुलवन्त सिंह को संयोजक व डा. महिपाल सिंह को सह संयोजक नियुक्त कर दिया गया है। योग प्रोटोकॉल का प्रारम्भ प्रार्थना से किया गया। सबसे पहले गिृवाचालन का अभ्यास किया गया। गिृवाचालन का अभ्यास सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए बहुत लाभदायक है। इसके साथ साथ स्कंद संचालन, कटीचालन, गुटनासंचालन व कुछ आसनों जैसें ताड़ासन, वृक्षासन, भद्रासन, उष्तृासन आदि का अभ्यास करवाया गया जोकि स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है। इनसे मेरुदंड की अस्थि में लचीलापन बढ़ाता है, मधुमेह के प्रबंधन में सहायता प्रदान करते है, पीठ व गले के दर्द में आराम दिलाते है तथा पाचन क्रिया के लिए काफी लाभदायक है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के सहयोग से जिले के थानेसार, पेहोवा, शाहबाद, लाड़वा एवं बाबैन ब्लॉकों में तीन दिवसीय योग प्रोटोकॉल का अभ्यास शुरु कर दिया गया है जिसमें आज लगभग 200 प्रतिभागियों द्वारा भाग लिया गया। इस कड़ी में आयुष विभाग के अनुभवी योग विशेषज्ञ एवं योग सहायकों द्वारा जिले के सभी डीपीई, पीटीआई एवं शारीरिक शिक्षकों को योग प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और दूसरी कड़ी में इनके द्वारा जिला कुरुक्षेत्र के सभी स्कूलों में विद्यार्थियों का योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षण दिया जाएगा। गर्मी के समय में शीतली व शीतकारी प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभदायक है। शीतली प्राणायाम रक्त को शुद्ध करता है और शरीर में शीतलता प्रदान करता है। कफ और पित्त के कारण होने वाले अपच और अन्य व्याधियों को दूर करता है। हमें प्रतिदिन योग का अभ्यास करना चाहिए। प्रतिदिन योग एवं प्राणायाम करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं। मन की शान्ति एवं तनाव से मुक्ति मिलती हैं।

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