मैडीट्रिना हार्ट सैंटर के प्रबंध निदेशक डा. प्रथाप कुमार एन. ने की ‘कॉम्पलैक्स पी.सी.आई. विद इमेजिंग’ कार्यशाला की अध्यक्षता
अम्बाला, 21 अप्रैल : अम्बाला छावनी सिविल अस्पताल में चल रही हृदय रोग विशेषज्ञों की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला रविवार को सम्पन्न हो गई, जिसमें हृदय रोगियों को आने वाली परेशानियों, उनके उपचार में प्रयुक्त अत्याधुनिक तकनीक एवं कौशल पर बाकायदा केस डैमोंस्ट्रेशन के साथ चर्चा की गई। सिविल अस्पताल में राज्य सरकार के साथ पी.पी.पी. मोड पर संचालित मैडीट्रिना हार्ट सैंटर के प्रबंध निदेशक डा. प्रथाप कुमार एन. ने ‘कॉम्पलैक्स पी.सी.आई. विद इमेजिंग’ विषय पर आयोजित इस कार्यशाला की अध्यक्षता की, जबकि कार्यशाला में पी.जी.आई. चंडीगढ़ के एडवांस कार्डिक सैंटर में प्रोफैसर डा. राजेश विजयवर्गीय समेत देश के विभिन्न भागों से आए 25 हृदय रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया।
इस संबंध में मैडीट्रिना हार्ट सैंटर के सैंटर हैड जे.वी. सिंह रजवाड़ ने बताया कि कार्यशाला के पहले दिन शनिवार को डा. मिनाल खन्ना द्वारा कार्यशाला के एजैंडे पर प्रकाश डाला गया। इसके बाद डा. प्रथाप कुमार एन. ने पी.सी.आई. के दिशा-निर्देशों एवं रणनीतियों और डा. मनु आर. द्वारा सी.टी.ओ. टूल बॉक्स पर व्याख्यान दिए गए। फिर डा. प्रथाप कुमार एन., डा. बलैसविन जिनो, डा. अनिल सूद, डा. राजेश विजयवर्गीय, डा. मनु आर., डा. मिनाल खन्ना ने बाकायदा ‘लैफ्ट मैन पी.सी.आई.’, ‘एंटेग्रेड अप्रोच टू सी.टी.ओ.’, ‘इमेज गाइडिड बाइफरकेशन पी.सी.आई.’, ‘रैट्रोग्रेड अप्रोच टू सी.टी.ओ.’ आदि केस डैमोंस्ट्रेशन के जरिए नवोदित हृदय रोग विशेषज्ञों को रोगियों की पेचिदा बीमारी का उपचार करके दिखाया और ऐसे हर रोगी के मामले को विस्तार से समझाया। कार्यशाला के पहले दिन गंभीर हालत में पहुंचे 12 हृदय रोगियों का उपचार किया गया।
जे.वी. सिंह रजवाड़ के अनुसार रविवार को दूसरे दिन कार्यशाला की शुरुआत डा. प्रथाप कुमार एन., डा. राजेश विजयवर्गीय और डा. मनु आर. ने व्याख्यान दिए और डा. प्रथाप कुमार एन., डा. बलैसविन जिनो, डा. अनिल सूद ने ‘कैल्सिफाइड लिजन पी.सी.आई. – इमेजिंग एंड रोटा एसिस्टेड’ और ‘पी.सी.आई. इन स्टैंट रेस्टेनोसिस लिजन’ आदि का केस डैमोंस्टे्रशन देकर हृदय रोगियों का उपचार किया। इसके अलावा डा. प्रथाप कुमार एन. ने ‘पोस्ट केस डिस्कशन’ और ‘ऐन इंटरेस्टिंग चिप केस’ पर विस्तार से चर्चा की। कार्यशाला के दूसरे दिन गंभीर हालत में पहुंचे 17 हृदय रोगियों का उपचार किया गया। कार्यशाला के समापन समारोह के दौरान प्रतिभागी चिकित्सकों को प्रतिभागी प्रमाण-पत्र वितरित किए गए।
कार्यशाला के संबंध में हृदय रोग विशेषज्ञ डा. प्रियंका ठाकुर ने बताया कि हार्ट सैंटर ज्वाइन करने के बाद उनकी राष्ट्रीय स्तर की यह पहली कार्यशाला थी और निश्चित तौर पर इस कार्यशाला से नवोदित हृदय रोग विशेषज्ञों को बहुत लाभ होगा। कार्यशाला के दौरान देश के शीर्ष हृदय रोग विशेषज्ञों में शुमार डा. प्रथाप कुमार एन. एवं डा. राजेश विजयवर्गीय सरीखे चिकित्सकों ने जिस प्रकार नाजुक हालत में पहुंचे रोगियों का बड़ी सहजता से उपचार किया, उससे सबसे बड़ी सीख तो यही मिली कि किसी भी परिस्थिति में डाक्टर को विचलित नहीं होना चाहिए।

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