कुरुक्षेत्र 22 नवंबर मध्य प्रदेश पार्टनर राज्य की उभरती हुई शिल्पकार यास्मीन खान अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में अपने बहनों, बेटियों के लिए जरी के सूट और बटुए बनाकर लाई है। इस महोत्सव को अपनी आंखों से देखने का पहला अवसर है। इस पहले अवसर में ही ब्रहमसरोवर की फिजा उनके मन को भा गई है। इसके साथ ही जरी की कढ़ाई के सुट और बटुओं को पर्यटक खुब पंसद कर रहे है।
शिल्पकार यास्मीन खान ने स्टॉल नंबर 115 पर मध्य प्रदेश की जरी और कढ़ाई वाले बटुओं की शिल्पकला को सजाया है। उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि पिछले 10 सालों से जरी की कढ़ाई के सुट और बटुए बनाने के साथ-साथ ज्वैलरी तैयार करने का काम कर रही है। इस कला को मध्य प्रदेश में खुब प्रसिद्घी मिली है। अब महोत्सव में पहली बार आने के बाद यह महसूस ही नहीं हो रहा है कि इस कला के यहां कद्रदान नहीं है। इस महोत्सव में महिलाओं और बेटियों के लिए 1 हजार रुपए से लेकर 6 हजार रुपए तक के बेहद उम्दा कढ़ाई के सूट लेकर आई है। उन्होंने कहा कि बेटियों के लिए छोटे-छोटे बटुए और नौकरी पेशा महिलाओं के लिए कुछ बड़े साईज के बटुए लेकर आई है। उनके स्टॉल पर 200 रुपए से लेकर 600 रुपए तक की कीमत का बटुआ है, उनकी कला को पर्यटक खुब पंसद कर रहे है।