अम्बाला, 29 नवम्बर: –
जिला लोक सम्पर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक बुधवार को पंचायत भवन अम्बाला शहर के सभागार में सहकारिता एवं जनस्वास्थ्य मंत्री डॉ0 बनवारी लाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। एंजैडे के तहत 15 शिकायतें रखी गई, जिनमें से 10 शिकायतों का निपटान मौके पर ही किया गया तथा शेष बची 5 शिकायतों के संबध में सम्बन्धित अधिकारियों इन शिकायतों का निपटान करने बारे भी निर्देश दिए गये। शेष बची शिकायतों में रिवैन्यु विभाग, पंचायती विभाग व स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित मिली जुली शिकायतें शामिल हैं। इसके साथ-साथ एंजैडे में स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित रखी एक शिकायत के मामले में सहकारिता मंत्री ने सम्बन्धित एक डाक्टर के खिलाफ जांच करते हुए नियमानुसार विभागीय जांच करने बारे निर्देश दिए।
इस मौके पर उनके साथ उपायुक्त डा0 शालीन, अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, पुलिस अधीक्षक जश्रदीप सिंह रंधावा, डीएसपी रमेश कुमार, आरटीए सुशील कुमार, सीईओ जिला परिषद महावीर प्रसाद मौजूद रहे।
मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सहकारिता मंत्री ने एंजैडे में रखी शिकायतों के संबध में प्रार्थी व सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है उसकी विस्तार से समीक्षा की। गांव सिरसगढ़ निवासी सुबेदार परमजीत सिंह ने एनएच 344, गांव सिरसगढ़ के नजदीकी सर्विस लाईन पर बरसाती पानी की निकासी न होने बारे बैठक में शिकायत रखी गई और शिकायत में बताया कि निकासी न होने के कारण आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पडता है। इस मामले में एनएचएआई से आई महिला अधिकारी ने मंत्री को अवगत करवाया कि यहां पर जो ड्रेन थी उसकी सफाई करवा दी गई है, अब वहां पर पानी निकासी की कोई समस्या नहीं है, इसके अलावा पानी निकासी की स्थाई व्यवस्था के लिए एनएचएआई विभाग द्वारा अस्टीमेट तैयार करवा लिया गया है, वह अपू्रव भी हो चुका है। टैंडर लगाकर इस पर जल्द काम शुरू कर दिया जायेगा।
इसी प्रकार बैठक में रविदास बस्ती अम्बाला शहर निवासी राजेन्द्र कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि रविदास बस्ती में सरकारी गोहर लगता है और रास्ते पर जमीन पर कब्जा किया हुआ है। इस मामले में नगर निगम के डीएमसी दीपक सूरा ने मंत्री को अवगत करवाया कि प्रार्थी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए रास्ता खुलवा दिया गया है। बैठक में प्रार्थी ने रास्ता खुलवाने के लिए आभार भी व्यक्त किया।
इसी प्रकार जंडली निवासी सुरेश कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि वह जंडली पुल के पास 30 वर्षों से पंचायत की दुकान पर किरायेदार के रूप में रह रहा है और अब यह दुकाने नगर निगम को अधिकृत कर दी गई है। स्वामित्व योजना के तहत उसने नियमानुसार दुकान की रजिस्टरी करवाने बारे ऑनलाईन अप्लाई किया हुआ है लेकिन उसकी दुकान की रजिस्टरी नहीं हो रही। उसने यह भी बताया कि उसके पास दुकान के किराए से सम्बन्धित रसीदें व बिजली बिल भी हैं। नगर निगम के डीएमसी दीपक सूरा ने मंत्री को अवगत करवाया कि प्रार्थी द्वारा टैलीफोन का बिल व अन्य दस्तावेज जमा करवा दिए हैं। अगली बैठक से पहले सभी औपचारिकताएं पूरी करवाकर सम्बन्धित प्रार्थी को दुकान अलाट कर दी जायेगी।
इसी प्रकार गांव तेपला निवासी जुगल किशोर ने अपनी शिकायत में बताया कि ग्राम सरपंच तेपला के विरूद्ध खसरा नम्बर 120, 123 में खेलकूद के मैदान, वृद्धआश्रम/डिस्पैंसरी आदि जगह पर नजायज कब्जा किया हुआ है। इसकी शिकायत उसने सीएम विंडो पर भी दे रखी है, इसके साथ-साथ खसरा नम्बर 109 में गांव की सडक़ जोकि रिकार्ड अनुसार 33 फुट चौड़ी है उस पर भी नजायज कब्जे किए हुए है। इस मामले में साहा बीडीपीओ ने मंत्री को अवगत करवाया कि निशानदेही के तहत एक मामले में निशानदेही करवाई गई है जिस पर सरपंच का किसी प्रकार का कोई कब्जा नहीं है। प्रार्थी ने भी बताया कि निशानदेही हो चुकी है, वह गांव में अमन-चैन का माहौल चाहते हैं।
इसी प्रकार गांव जलालपुर निवासी जसविन्द्र सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि गांव में पंचायती भूमि पर ठेका लेकर वह खेती-बाड़ी करता है। उसने आरोप लगाया कि पूर्व सरपंच ने सरपंच का कार्यकाल खत्म होने के उपरांत भी पंचायती भूमि की बोली करवाकर वह राशि स्वयं लेता था। इस मामले में डीडीपीओ ने मंत्री को अवगत करवाया कि रिकार्ड अनुसार सारा कार्य दुरूस्त है। मंत्री ने इस शिकायत को एंजैडे से डिस्पोज करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार अम्बाला छावनी मोची मंडी निवासी गोपाल कृष्ण ने अपनी शिकायत में बताया कि क्रास रोड़ नम्बर 11 मोची मंडी के पूर्व और दक्षिण में दो गलियां हैं, उसने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति द्वारा गली में गल्त तरीके से अतिक्रमण करते हुए वहां पर एक रसोई, स्नानघर व कच्चा औटडा बना लिया है तथा गली को भी बंद कर दिया है जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में नगर परिषद को शिकायत देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। नगर परिषद के सचिव ने मंत्री को अवगत करवाया कि इस मामले में केस चल रहा है। मंत्री ने इस मामले में नगर परिषद के सचिव को निर्देश दिए कि वे केस को विदड्रा करवाकर जिसने भी गल्त तरीके से अतिक्रमण किया हुआ है नियमानुसार वहां से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई करें।
इसी प्रकार बराड़ा निवासी अजय कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी बहन की शादी अक्तूबर 2022 में हुई थी तथा उसने सरकार की योजना अनुसार कन्यादान के लिए विभाग में आवेदन किया था, लेकिन उसे आज तक इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है। जिला कल्याण अधिकारी अनु बंसल ने मंत्री को अवगत करवाया कि प्रार्थी की बहन की शादी 2 अक्तूबर 2022 को हुई थी और प्रार्थी का आवेदन पत्र 26 मई 2023 को पोर्टल पर प्राप्त हुआ है जोकि 6 माह बाद प्राप्त हुआ है। इसलिए प्रार्थी का प्रार्थना पत्र रिजैक्ट हो गया है और विभागीय स्कीम के अनुसार स्कीम का लाभ केवल उन्हीं प्रार्थियों को दिये जाने का प्रावधान है जिन्होने शादी से 6 माह की अवधि के अंदर-अंदर इस स्कीम के तहत आवेदन किया हो। इस प्रकार से अब प्रार्थी को इस स्कीम का लाभ नहीं दिया जा सकता। इस शिकायत को भी सहकारिता मंत्री एंजैडे से डिस्पोज करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार गांव धुरकड़ा निवासी कृपाल सिंह ने गांव की फिरनी पर कुछ व्यक्तियों द्वारा नजायज कब्जा व मकान बनाए जाने बारे अपनी शिकायत रखी और बताया कि इस मामले में डीडीपीओ की कोर्ट में केस चल रहा है। डीडीपीओ ने मंत्री को अवगत करवाया कि पिछले माह ही उन्हें कोर्ट लेने की स्वीकृति मिली है। मंत्री ने इस मामले की डीडीपीओ ने वास्तविक निशानदेही बारे भी पूछते हुए छोटी से छोटी तारीख लगाकर इस मामले का निपटान करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार सुभाष नगर मनीमाजरा चण्डीगढ निवासी मामचंद ने अपनी शिकायत में बताया कि बलदेवनगर में उसकी एसएमएल ओडिक्स लिमिटड वर्कशाप है जिसका वह पिछले कईं वर्षों से अथोराईजड डीलर भी है। उक्त जगह के मालिक द्वारा प्रोपर्टी टैक्स जमा न करवाने पर इस जगह को सील कर दिया गया था। उसने आरोप लगाया कि जगह को सील करने के बाद वहां से चोरी हो गई थी जिस बारे उसने नगर निगम व पुलिस को इस बारे अवगत भी करवाया। पुलिस अधीक्षक से मिलकर उसने इस मामले में चोरी की एफआईआर भी दर्ज करवाई है। उसने आग्रह किया कि इस मामले में एक ही आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और चोरी से सम्बन्धित सामान की रिकवरी भी नहंी हुई है। मंत्री ने इस मामले में पुलिस अधीक्षक को जांच करने बारे कहा। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में स्पेशल टीम बनाकर जांच की जायेगी और जो भी मामले में संलिप्त होगा उसे गिरफ्तार कर उससे रिकवरी भी करवाई जायेगी। अगली बैठक से पहले इस मामले में जो कार्रवाई की जायेगी उसकी एटीआर रिपोर्ट देने बारे भी कहा।
इसी प्रकार शालीमार कालोनी निवासी संतरो देवी अपनी शिकायत में बताया कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है और उसके बच्चों द्वारा उसके साथ मारपीट की जाती है। इस मामले में जांच अधिकारी इंस्पैक्टर मनीष कुमार ने मंत्री को अवगत करवाया कि इस मामले में प्रार्थी की शिकायत पर जब जांच की गई तो सामने आया कि किसी प्रकार का कोई लडाई-झगडा व मारपीट नहंी हुई है। इस मामले को मंत्री ने एंजैडे से डिस्पोज ऑफ करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार साहा रोड़ शहजादपुर निवासी ओम प्रकाश ने अपनी शिकायत में बताया कि माया देवी पत्नी श्री राम कुमार के नाम से एक बिजली का मीटर ओम टिम्बर मर्चंट रोड साहा रोड शहजादपुर नजदीक लगा हुआ है। विभाग की लापरवाही के चलते उसे 23 महीने बाद बिजली का बिल प्राप्त हुआ है। इस मामले में कार्यकारी अभियंता ने बताया कि इस मामले में तकनीकी कारण के कारण उपभोक्ता को बिजली का बिल उपलब्ध नहीं हो सका था। अब बिजली का बिल कोरैक्शन करवाकर स्लैब अनुसार उपभोक्ता को उपलब्ध करवा दिया गया है। सहकारिता मंत्री ने बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए कि किसी भी उपभोक्ता को आगे से इस प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
इसी प्रकार गांव सौंटी निवासी जसविन्द्र सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने मकान की छत कच्ची होने के कारण सरकारी योजना के तहत उसे पक्का करवाने बारे विभाग में आवेदन किया हुआ है, लेकिन उसे योजना का लाभ नहंी मिल सका है। जिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि इस मामले में प्रार्थी की परिवार पहचान पत्र से सम्बन्धित त्रुटि है जिसे ठीक करवाने बारे कहा गया है। प्रार्थी ने परिवार पहचान पत्र में त्रुटि ठीक करवा दी है और सम्बन्धित प्रार्थी जरूरतमंद भी है। इस मामले में विभाग में पत्राचार किया हुआ है, जैसे ही वहां से स्वीकृति मिल जाती है प्रार्थी को योजना का लाभ दिलवा दिया गया है।
इसी प्रकार गांव लाहा निवासी श्रीमती चरणजीत साहनी ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी बेटी को 2020 में सांप ने काट लिया था और उसने उसे ईलाज के लिए नारायणगढ के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया था, उसने आरोप लगाया कि वहां पर उस समय डयूटी पर तैनात एक डाक्टर ने ईलाज में लापरवाही बरती जिसके चलते उसे अपनी बेटी को पंचकूला के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा। इस मामले में सीएमओ ने मंत्री को अवगत करवाया कि प्रार्थी ने अपनी बेटी यानि मरीज को अपनी मर्जी से निजी अस्पताल में दाखिल करवाया था। उन्होने इस मामले में अपने स्तर पर एक टीम गठित कर जांच भी करवाई है। इतना ही नहंी नैक्लीजैंसी बोर्ड द्वारा भी इस मामले की जांच की गई है। मंत्री ने इस मामले में सीएमओ को निर्देश दिए कि सम्बन्धित डाक्टर के खिलाफ नियमानुसार जांच करते हुए विभागीय कार्यवाही करें।
इसी प्रकार गांव जटवाड़ निवासी नरेन्द्र सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी जमीन के साथ एक निजी फैक्टरी है जिसके पानी के रिसाव के चलते उसकी फसल खराब हो गई थी। इस मामले में प्रदूष बोर्ड के क्षेत्रिय प्रबंधक अजय कुमार ने बताया कि अब पानी का कोई रिसाव नहीं है।
बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ कष्ट निवारण समिति के सरकारी व गैर सरकारी सदस्य भी मौजूद रहे।