शोध की गुणवत्ता आज के समय की मांग : डॉ दीपेंद्र सिंह
अंबाला कैंट- 24 नवंबर,2023
गांधी मेमोरियल नेशनल कॉलेज अंबाला छावनी में शोध की गुणवत्ता विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संसाधन व्यक्ति के रूप में डॉ. दीपेंद्र सिंह ,अध्यक्ष एजुकेशनल रेगुलेशन कमेटी फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया तथा विकास शर्मा एवं डॉ प्रताप सिंह जादौन डायरेक्टर,डिवाइन इंटरनेशनल ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट ग्वालियर उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथियों का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर प्राचार्य डॉ.रोहित दत्त ने पुष्पगुच्छ देकर भव्य स्वागत किया।इस अवसर पर डॉ. रोहित दत्त ने अपने संबोधन में कहा,कि उच्च शिक्षा में शोध की व्यवस्था इसलिए की गई है कि इसके माध्यम से नए विचारों एवं अनुसंधानों को सामने लाया जा सके।
डॉ.दीपेंद्र सिंह ने अपने संभाषण में कहा कि शोध में गुणवत्ता का होना आवश्यक है क्योंकि शोध से समाज को नई दिशा मिलती है। इससे व्यवस्था को सुगम एवं प्रभावी बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शोध में पीएचडी धारकों की संख्या तो बढ़ी है पर समाज में शोध की गुणवत्ता में कमी आई है। इसलिए आज आवश्यकता है कि शोध की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए।
डॉ विकास शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में शोध प्रकाशन की गुणवत्ता पर ध्यान देना परम आवश्यक है। उन्होंने कहा कि विषय की नवीनता एवं नवाचारों के समावेश पर ध्यान देना आज के समय की मांग है।
वही सेमिनार में मौजूद डॉ. प्रताप सिंह जादौन ने कहा कि शोध निष्कर्षों की उत्कृष्टता तथा उपयोगिता पर ध्यान दिया जाना परम आवश्यक है।साथ ही उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध के प्रति जागरूकता होनी अति आवश्यक है। इस अवसर पर सभी विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
मुख्य अतिथियों का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर प्राचार्य डॉ.रोहित दत्त ने पुष्पगुच्छ देकर भव्य स्वागत किया।इस अवसर पर डॉ. रोहित दत्त ने अपने संबोधन में कहा,कि उच्च शिक्षा में शोध की व्यवस्था इसलिए की गई है कि इसके माध्यम से नए विचारों एवं अनुसंधानों को सामने लाया जा सके।
डॉ.दीपेंद्र सिंह ने अपने संभाषण में कहा कि शोध में गुणवत्ता का होना आवश्यक है क्योंकि शोध से समाज को नई दिशा मिलती है। इससे व्यवस्था को सुगम एवं प्रभावी बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शोध में पीएचडी धारकों की संख्या तो बढ़ी है पर समाज में शोध की गुणवत्ता में कमी आई है। इसलिए आज आवश्यकता है कि शोध की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए।
डॉ विकास शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में शोध प्रकाशन की गुणवत्ता पर ध्यान देना परम आवश्यक है। उन्होंने कहा कि विषय की नवीनता एवं नवाचारों के समावेश पर ध्यान देना आज के समय की मांग है।
वही सेमिनार में मौजूद डॉ. प्रताप सिंह जादौन ने कहा कि शोध निष्कर्षों की उत्कृष्टता तथा उपयोगिता पर ध्यान दिया जाना परम आवश्यक है।साथ ही उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध के प्रति जागरूकता होनी अति आवश्यक है। इस अवसर पर सभी विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।