कुरुक्षेत्र के किसान मुआवजे के लिए जल्द से जल्द करें पोर्टल पर आवेदन, किसानों को आवेदन से पहले मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर करवाना होगा पंजीकरण, कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारी किसानों को करेंगे जागरूक
कुरुक्षेत्र 28 जुलाई उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 25 जुलाई को कुरुक्षेत्र में ही धान की दोबारा रोपाई करने वाले किसानों को भी मुआवजा देने की घोषणा की थी। इस घोषणा के अनुसार अब राज्य सरकार ने दोबारा धान की रोपाई करने वाले किसानों के लिए मुआवजे हेतु पोर्टल को खोल दिया है। अब किसान पोर्टल पर मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते है, लेकिन किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण जरुर करना होगा। सभी किसान 31 जुलाई से पहले पोर्टल पर मुआवजे के लिए आवेदन करना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अधिक वर्षा के कारण नदियों और नहरों का जलस्तर काफी बढ़ा। इस जलस्तर के बढऩे से जिला में बाढ़ के कारण फसलों का काफी नुकसान हुआ। जिन किसानों का फसलों का नुकसान हुआ है, उन किसानों को मुआवजे के लिए सरकार की ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन करना होगा। इस आवेदन से पहले किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण भी करवाना होगा। उन्होंने कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुरुक्षेत्र में बाढ़ के पानी से किसानों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है। इसके लिए सरकार की तरफ से ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया गया है। इस पोर्टल पर आवेदन करने से पहले किसानों को सबसे पहले मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर भी अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। इस पंजीकरण के उपरांत किसान खराब हुई फसल के मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन कर सकते है।
उन्होंने कहा कि थानेसर, पिहोवा, शाहबाद व लाडवा में तहसीलदार तथा बाबैन व इस्माईलाबाद में नायब तहसीलदार किसानों को जागरूक करके फसलों के मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण करवाएंगे। इसके अलावा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक गांव-गांव जाकर किसानों को ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल और मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल के बारे में जानकारी देंगे और विस्तार से बताएंगे कि सरकार द्वारा मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल को खोला है। इसलिए किसान जल्द से जल्द मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने के बाद ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर भी पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें। एसडीओ जितेंद्र मेहता ने कहा कि कुरुक्षेत्र से 73 फीसदी किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवा लिया हे। अब सरकार ने उन किसानों को भी मुआवजा देने का निर्णय लिया है, जिनकी फसल बाढ़ के पानी से खराब हो गई है और उन्होंने दोबारा धान की रोपाई की है। ऐसे किसान भी अब पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा सकते है।