कुरुक्षेत्र के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा का अहम योगदान : डा. जय भगवान सिंगला
कुरुक्षेत्र, 4 जुलाई : हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी देश के दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे एवं कुरुक्षेत्र के निर्माण में अहम योगदान देने वाले भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा को नगर की प्रतिष्ठित संस्था प्रेरणा द्वारा प्रेरणा वृद्धाश्रम में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें याद किया।
प्रेरणा वृद्धाश्रम में भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा को याद करते हुए वृद्धाश्रम में रहने वाले सभी बुजुर्गों सहित प्रेरणा के सदस्यों एवं नगर के प्रतिष्ठित नागरिकों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर डा. मधु मल्होत्रा ने सुंदर भजन सुनाए। इसी प्रकार वृद्धाश्रम में रहने वाली वृद्धा बलविंदर कौर और सुमन शर्मा ने भी गीतों के माध्यम से गुलजारी लाल नंदा के प्रति श्रद्धा पूर्वक भावनाएं व्यक्त की।
इस मौके पर प्रेरणा के संस्थापक एवं साहित्यकार डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि समस्त हरियाणा वासी और विशेष तौर पर कुरुक्षेत्र के लोग सदा गुलजारी लाल नंदा के ऋणी रहेंगे।  उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में विकास के जो कार्य गुलजारी लाल नंदा ने किए हैं, ना उससे पहले कोई कर पाया और ना ही भविष्य में कोई कर पाएगा। उन्होंने बताया कि गुलजारी लाल नंदा के मन में एक टीस थी कि कुरुक्षेत्र का जो ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दर्जा है, वह उसे मिलना ही चाहिए। उसके लिए ही उन्होंने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का गठन किया और साथ ही साथ उन्होंने कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर का कायाकल्प करने का निर्णय लिया। एक बार जो वह कुरुक्षेत्र नहाने के लिए आए थे तो उन्होंने देखा था कि यह एक बहुत ही ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। लेकिन सरकार की लापरवाही की वजह से यह मात्र एक तालाब बनकर रह गया है। तब उन्होंने यह प्रण लिया था कि मैं यहां से चुनाव लडूंगा और यहां के विकास के लिए कार्य करूंगा। ब्रह्म सरोवर, ज्योतिसर तथा 48 कोस में आने वाले सभी तीर्थों की दशा को बदल दूंगा।
डा. सिंगला ने कहा कि सभी जानते हैं कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का गठन करके उन्होंने विकास कार्यों का शुभारंभ कर दिया। कुरुक्षेत्र में स्थित आकाशवाणी केंद्र भी गुलजारी लाल नंदा की ही देन है। इसके अतिरिक्त भी नंदा जी ने यहां के लिए बहुत कार्य किए और सबसे बड़ी बात यह है कि 2 बार प्रधानमंत्री रहने व 5 बार संसद सदस्य रहने के बावजूद उनका व्यवहार जनसेवा का था।
डा. सिंगला ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के रूप में वर्षों तक कार्य करने के बावजूद और देश के नामचीन नेताओं में नाम होने के बावजूद उनमें लेश मात्र भी घमंड नहीं था। वह सदा सबके साथ मिलकर चलते थे और कभी भी उन्होंने सरकार के पैसे का दुरुपयोग नहीं किया। वह जनता के बीच में जाकर उनको अपील करते थे।
संस्था की वरिष्ठ सदस्य अन्नपूर्णा शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने शब्दों के माध्यम से गुलजारी लाल नंदा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने कहा कि गुलजारी लाल नंदा की देन को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वह सफेद कपड़ों में संत थे। इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी गणमान्य नागरिकों का धन्यवाद किया। सभी ने मिलकर नंदा जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस मौके पर अन्नपूर्णा देवी, उषा सच्चर, क्षमा मल्होत्रा, मीना कुमारी, शकुंतला देवी, सीता देवी, सुमन शर्मा, इंदरप्रीत सिंह बिंद्रा, विजय कुमार अग्रवाल, जोगिंदर सिंह, चंद्रकांत डी. ठक्कर, कश्मीरी लाल जैन एवं श्री बी. श्रीवास्तव इत्यादि सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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