प्रदेश में ड्रापआउट टीबी रोगियों की शुरू करवाई जा रही है दवा
टीबी रोगियों को जागरूक करने में कुरुक्षेत्र अव्वल
कुरुक्षेत्र। हरियाणा रेडक्रास सोसायटी टीबी रोगी के इलाज में मददगार साबित हो रही है। टीबी के रोगी न केवल नियमित चैकअप कराया जा रहा है, बल्कि ड्राप-आउट मरीजों की दवा भी शुरू करवाई जा रही है। हरियाणा रेडक्रास शाखा के राज्य महासचिव डॉ. मुकेश अग्रवाल के निर्देशानुसार प्रदेशभर में रेडक्रास के टीबी वालंटियर टीबी मरीजों से संपर्क साध रहे हैं ताकि कोई भी मरीज दवा बीच में छोड़े। कुरुक्षेत्र जिला टीबी रोगियों को जागरूक करने में सबसे आगे है।
जिला सचिव रणदीप सिंह की अध्यक्षता में टीबी टीम के कार्यों की समीक्षा की। सचिव रणदीप सिंह ने टीबी टीम को निर्देश दिए किए टीबी वालंटियर घर-घर जाकर रोगियों को जागरूक करें ताकि कोई भी दवा बीच में न छोड़े। इसके साथ साथ कुष्ठ रोगियों को भी जागरूक करने के निर्देश दिए गए। यदि कोई कुष्ठ रोगी मिलता है तो उसका स्वास्थ्य विभाग में चैक अप कराकर उनका इलाज शुरू कराएं। रणदीप सिंह ने निर्देश दिए किए स्वयं सेवक सुनिश्चित करें कि कोई भी मरीज में दवाई ना छोड़े। यदि उनको कोई भी समस्या आती है उसको स्वास्थ्य विभाग के नोटिस में लाएं। विशेष तौर पर इस बात का ध्यान रखें कि मरीज के पास विजिट के दौरान उसकी फोटो इत्यादि न खीचें, ताकि उसे निजता बनी रही।
सहायक सचिव रमेश चौधरी ने बताया कि उपायुक्त एवं प्रधान शांतुन शर्मा के निर्देशानुसार रेडक्रास की टीबी टीम रोगियों की घर-घर जाकर रिपोर्ट तैयार कर रही है। रेडक्रास की पूरी टीम क्षय रोगियों को जागरूक कर रही है और साथ ही स्लम बस्तियों में जाकर लोगों को साफ-सफाई के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीबी समाप्ति को लेकर राज्य सरकार की ओर से जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे जल्द पूरा किया जाएगा।
टीबी को-आर्डिनेटर अंजली ने बताया कि रेडक्रास की ओर से ड्राप आउट और दवा ले रहे रोगी का पूरा डाटा तैयार किया जाता है। यदि कोई रोगी बीच में दवा छोड़ देता है तो उसकी दोबारा दवा शुरू कराई जा रही है। इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रमों में टीबी के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है। इस अवसर टीबी स्वयं सेवक जोगिंद्र सिंह, देवी रानी व सुषमा प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।