ग्लोबल मार्केट से मिले पॉजिटिव संकेतों का असर आज बाजर पर भी दिख रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट में खुलने के बाद तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। सेंसेक्स करीब 600 अंक गिरने के बाद 200 से ज्यादा अंक चढ़कर 59500 के पार पहुंच गया है, वहीं निफ्टी में करीब 100 अंकों की तेजी है। ये 17700 के ऊपर कारोबार कर रहा है।
अडाणी ग्रुप के शेयरों में मिला-जुला रुख
अडाणी ग्रुप के 7 स्टॉक में मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है। अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर जहां 10% चढ़कर 3,037.55 पर पहुंच गया है तो वहीं अडाणी टोटल गैस 515.80 या 17.62% की गिरावट के साथ 2,412 पर आ गया है। एसीसी, अडाणी पोर्ट, अंबुजा सीमेंट के स्टॉक में भी तेजी है। ग्रीन एनर्जी, पावर, ट्रांसमिशन और विल्मर में बड़ी गिरावट है।
बीते हफ्ते अडाणी ग्रुप को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से इसके शेयरों में 20-25% की गिरावट देखने को मिली थी। अडाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज शुक्रवार को अपना 20,000 करोड़ FPO यानी फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर लेकर आई है। लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण ये अब तक काफी कम सब्सक्राइब हुआ है।
इन कंपनियों के क्वार्टरली रिजल्ट
टेक महिंद्रा, कोल इंडिया, बजाज फिनसर्व, लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), भारत पेट्रोलियम, बीपीसीएल, एक्साइड और लौरस लैब्स के आज क्वार्टरली रिजल्ट आने वाले हैं। वेदांत और बजाज फाइनेंस ने पिछले हफ्ते बाजार बंद होने के बाद अपने रिजल्ट घोषित किए थे। इन शेयरों में भी आज बड़ी हलचल दिख सकती है।
एक्सपर्ट की राय
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, ‘तकनीकी रूप से, निफ्टी ने 18200–17800 के अपने एक महीने के दायरे को तोड़ दिया है, जो एक अच्छा संकेत नहीं है; हालांकि, 17425 एक तत्काल सपोर्ट है, जबकि 17300 का 200-डीएमए एक क्रिटिकल सपोर्ट है। ऊपर की तरफ, 18000 एक क्रिटिकल बैरियर है, और 18200 एक मेजर हर्डल।’
शुक्रवार को सेंसेक्स 874 अंक टूटा था
भारतीय शेयर बाजार में हफ्ते के पांचवें और आखिरी कारोबारी दिन, यानी शुक्रवार (27 जनवरी) को भारी गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स 874 अंक से ज्यादा गिरकर 59,330 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 287 अंकों की गिरावट के साथ 17,575 पर आ गया। लगातार दूसरे कारोबारी दिन मार्केट में यह गिरावट आई। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 में गिरावट देखने मिली। वहीं सिर्फ 8 शेयरों में तेजी रही।