डॉ. राजेश वधवा
कुरुक्षेत्र।  प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र विश्व शांति धाम में शिक्षा प्रभाग की ओर से सभी शिक्षकों के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता यूथ विंग पंजाब जॉन के कोआर्डिनेटर अरुण रहे। अतिथियों का स्वागत नृत्य द्वारा कुमारी गोरी ने किया और गुलदस्ते द्वारा स्वागत सरोज दीदी ने किया। अरुण ने कहा कि जितना आज एजुकेशन में आगे बढ़ रहे हैं, उतनी ही हम समाज के अंदर घटनाएं देख रहे हैं। यह सब घटनाएं और क्राईम किसी अनपढ़ व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि शिक्षित व्यक्तियों द्वारा हो रहे हैं। इसका कारण यह है कि हमारे कार्यो के साथ-साथ जीवन और शिक्षा में नैतिक मूल्यों की कमी आ चुकी है। हम अपने जीवन में कार्य के साथ-साथ मूल्यों को बैलेंस में लेकर नही चल रहे हैं। अगर हम अपनी जिन्दगी में बैलेंस लेकर चले, तो अपने जीवन में शांति पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मन भी एक तरह का सॉफ्टवेयर है और इस सॉफ्टवेयर में जो हम अच्छे बुरे विचार डालेंगे, उसी तरह हमारा सॉफ्टवेयर काम करेगा। अगर हम अपने वर्क के साथ-साथ अपने जीवन मूल्यों और अपनी हेल्थ पर ध्यान दें, तभी हमारे जीवन में बैलेंस बन सकता है। उसके साथ-साथ हमारे जीवन में शांति भी आ सकती हैं। इन सब का आधार है राजयोग मेडिटेशन, जिससे हम स्वयं को आत्मा और निश्चय कर अपने हर कार्य को ईजी बना सकते हैं। इससे हम शारीरिक और मानसिक तनाव से मुक्त होकर अपने जीवन में सहजता और मधुरता ला सकते है। कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र सेवा केंद्र प्रभारी सरोज दीदी ने कहा कि जीवन में सच्चा सुख और शांति तभी आ सकता है, जब हम ज्ञान के सागर, प्रेम के सागर, शांति के सागर उस परम पिता परमात्मा से जुड़ते हैं, जो सभी गुणों का सागर है। जैसे सागर से अगर एक लोटा पानी भर के ले भी ले, तो सागर में कभी कम नहीं हो सकता। उसी तरह अगर हम परमपिता परमात्मा से अपना संबंध में राजयोग के माध्यम से जोड़ कर रखेंगे, तो हमेशा हम तनावमुक्त, क्रोध मुक्त रहेंगे और संबंधों में मधुरता बनी रहेगी। इस अवसर पर अमिता, सतिंद्र कौर, हीरा देवी, सुदेश, सुनीता देवी, जुगल किशोर, महेंद्र सिंह, सतीश सैनी, संत कुमार मौजूद रहे।
फोटो परिचय
कुरुक्षेत्र। यूथ विंग पंजाब जॉन के कोआर्डिनेटर अरुण का स्वागत करती सरोज दीदी।

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