-पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने की मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत
डॉ. राजेश वधवा
कुरुक्षेत्र। वशिष्ठ कॉलोनी स्थित श्री लालद्वारा मंदिर में मंगलवार को वैष्णवाचार्य, अन्नतविभूषित योगीराज बाबा लाल दयाल जी महाराज का वार्षिक कार्यक्रम हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। कार्यक्रम में संकीर्तन,गुरु महाराज ध्यानपुर धाम (पंजाब) के गद्दीनशीन महंत रामसुंदर दास जी द्वारा संगत को नाम दान,लंगर हाल का उदघाटन और भंडारे का आयोजन किया गया।मंदिर कमेटी के प्रधान केवल कृष्ण पाठक और सभी पदाधिकारियों ने महंत रामसुंदर दास और मुख्यातिथि सुधा का स्वागत किया। इस मौके पर सचिव वेद आनंद और गायक बब्बू चावला द्वारा सुनाए गए भजन बुहा खोल दे मंदरां दे पहरेदारा कि असां वी दीदार करना और अज्ज जन्मदिन सतगुरू जी दा, संगता देन वधाईयां, वेख के मुखड़ा सतगुरू जी दा, सबने रौणकां लाईयां….. सुनाकर समां बांधा। इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए गुरु महाराज ध्यानपुर धाम (पंजाब) के गद्दीनशीन महंत रामसुंदर दास जी से आशीर्वाद लिया। भक्ति प्रवचनों में महंत राम सुंदरदास ने कहा कि सतगुरू बाबा लाल दयाल जी ऐसे महापुरूष हुए है, जिनका चिंतन और दर्शन विश्व के लिए नवीन मार्ग प्रशस्त करता है। महान विद्वान, परोपकारी व महायोगी लाल दयाल जी का जन्म लाहौर के निकट कसूर प्रांत (अब पाकिस्तान)में सम्वत् 1412 में हुआ। कहा जाता है कि वें अपनी भक्ति एवं योग विद्या के बल से 300 वर्ष तक जीवित रहे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन मानवता की भलाई में समर्पित कर दिया। धर्म प्रचार हेतु मात्र 12 वर्ष की अल्पायु में उन्होंने सहारनपुर (उत्तरप्रदेश) में रहकर 100 वर्ष तक कठोर तपस्या की। उनकी ओजस्वी वाणी और उपदेश से प्रभावित होकर हजारों की संख्या में लोग उनके अनुयायी बने। बाबा जी ने धर्म प्रचार के लिए अपने 22 शिष्यों को विभिन्न स्थानों पर गद्दीनशीन किया। जिसमें अफगानिस्तान के शहर काबुल, गजनी, पाकिस्तान के शहर सरगोधा, गुजरांवाला, लाहौर, मुलतान, झंग, सनखेतरा और पेशावर प्रमुख है। भारत के भी कई स्थानों पर इनके अनुयायी बने, जिसमें पंजाब के ध्यानपुर साहिब, रामपुर-दातारपुर और अमृतसर में 3 सक्रिय गद्दियां स्थापित हैं। प्रवचनों के बाद महंत रामसुंदर दास ने लंगर हाल उदघाटन किया और मुख्यातिथि सुधा ने संगत को भंडारा वितरित किया। इस अवसर पर प्रधान केवल कृष्ण पाठक, उप प्रधान अशोक भारद्वाज, सचिव वेद आनंद, कैशियर कुलदीप भास्कर, आडिटर एस के कपिला,जगदीश भास्कर,ओम प्रकाश लालका,राकेश शर्मा,गुलशन भाम्बा,सतीश गुलाटी,शिवकुमार शर्मा,आर.के.गुलाटी,दर्शन खन्ना,सुरेश पुंज,श्याम जुनेजा,कृष्ण लाल अरोड़ा,राकेश सूरी,सुनील छाबड़ा,वीरेंद्र गुलाटी,सतीश जुनेजा,श्याम कामरा,नवीन छिब्बर,गौरव जुनेजा, दीपक बठला गगन जुनेजा,अरुण गुलाटी, तेजपाल, विपुल तिवारी और राधे श्याम सहित बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल रहीं।