हरियाणा के रोहतक स्थित महारानी किशोरी देवी कॉलेज के सामने से चरखीदादरी की छात्रा का अपहरण करने वाले मास्टरमाइंड अंशुल चहल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह छात्रा को गर्लफ्रेंड बता कोर्ट मैरिज करना चाहता था। जिसके चक्कर में किडनैपिंग जैसा संगीन जुर्म कर बैठा और अब सलाखों के पीछे पहुंच गया।
अपहरण के बाद से ही वह फरार था। रोहतक की राजीव कॉलोनी के रहने वाले अंशुल को पुरानी ITI क्षेत्र से काबू किया गया। वहीं उसके दो साथी अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है। आरोपी अंशुल को 2 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। पुलिस अपहरण में शामिल मास्टरमाइंड के दो साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पढ़िए किडनैपरों की प्लानिंग से गिरफ्तारी तक की कहानी
छात्रा से शादी करना चाहता था मास्टरमाइंड: हनुमान कॉलोनी का रहने वाला अंशुल चहल छात्रा से शादी करना चाहता था। छात्रा इसके लिए राजी नहीं हुई। जिसके बाद उसने छात्रा को किडनैप कर शादी की साजिश रची। इसके लिए 2 दोस्तों गांव गरनावठी निवासी देव व रोहतक की हनुमान कॉलोनी निवासी अमन को साथ मिलाया।
24 घंटे में प्लानिंग तैयार कर किडनैपिंग की: एक दिन पहले यानी वीरवार को छात्रा को किडनैप करने की प्लानिंग तैयार की गई। अंशुल को पता था कि छात्रा चरखीदादरी से रोजाना कॉलेज जाती है। इसलिए वहीं से छात्रा को किडनैप करने की तैयारी की गई। किडनैपिंग के लिए कार का इंतजाम किया गया।
जिसके बाद शुक्रवार को अंशुल, अमन और देव के साथ महारानी किशोरी कॉलेज पहुंचा। वहां छात्रा के कॉलेज के अंदर जाने से पहले गेट पर ही पिस्तौल के बल में अपहरण कर लिया गया। तीनों आरोपी उसे जबरन कार में डालकर वहां से भाग निकले।
रोहतक से सोनीपत भागे, वहां कार बदली: कार में बैठने के बाद पहले वह सोनीपत गए। वहां से वह दूसरी कार में सवार हो गए। इसकी प्लानिंग पहले से थी। अपहरण के वक्त और उसके बाद चश्मदीद या CCTV के जरिए कार की पहचान हो जाती, इसलिए उन्होंने कार बदल ली। यह कार पहले ही वहां तैयार खड़ी थी।