हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन ने कहा शिक्षा विभाग की गलती का खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है
कुरुक्षेत्र, 21 नवम्बर : हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि शिक्षा विभाग की गलत नीतियों के कारण शिक्षकों में निराशा है। एसोसिएशन के कुरुक्षेत्र जिला अध्यक्ष राजपाल कालड़ा ने बताया कि हरियाणा शिक्षा विभाग में प्राथमिक शिक्षकों की एल.टी.सी. ब्लॉक वर्ष 2020-23 की नहीं निकल पाई है। ब्लॉक वर्ष 2020-23 को एक्सटेंशन कर दिसम्बर 2024 तक कर दिया है। निदेशक ख़ज़ाना तथा लेखा विभाग हरियाणा चंडीगढ़ ने राज्य के सभी कोषाधिकारियों को पत्र जारी कर प्रदेश के सभी कर्मचारियों की राशि का ब्यौरा माँगा है, जिससे सभी कर्मचारियों को एल.टी.सी. का लाभ मिल सके। जिलों में शिक्षा विभाग में प्राथमिक शिक्षकों की 38 प्रतिशत के डी.ए. के साथ अन्य डी.ए. के दर से एल.टी.सी. स्वीकृत की गई, परंतु विभाग द्वारा बजट के अभाव में तथा वित्त विभाग द्वारा कैप के कारण आज तक भी प्राथमिक शिक्षक एल.टी.सी. से वंचित हैं। कुछ जिलों में 2022 में नियुक्त जे.बी.टी. शिक्षकों को भी एल.टी.सी. विभिन्न कारणों से नहीं मिल पाई। पूरे प्रदेश के हजारों प्राथमिक शिक्षक ब्लॉक वर्ष 2020-23 की एल.टी.सी. से वंचित है। एक्सटेंशन वर्ष 2024 समाप्त होने पर है, लेकिन एल.टी.सी. अभी तक नहीं निकली है। निदेशक वित्त विभाग द्वारा पत्र जारी किया गया है कि 31 दिसम्बर 2024 के बाद सभी कर्मचारियों की एल.टी.सी. लैप्स हो जाएगी। बजट के अभाव में प्राथमिक अध्यापक एल.टी.सी. के लाभ से वंचित हो जाएंगे। हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हरिओम राठी, प्रदेश कोषाध्यक्ष चतर सिंह व कुरुक्षेत्र जिला अध्यक्ष राजपाल कालरा ने हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग से मांग की है कि एल.टी.सी. का बजट जारी कर के उनकी समस्याएं दूर की जाएं। प्रदेश के शिक्षकों को एल.टी.सी. का लाभ जल्द दिया जाए। एल.टी.सी. को लेकर शिक्षकों का कोई दोष नहीं है। वित्त विभाग तथा शिक्षा विभाग की गलती का खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। जिससे शिक्षकों में रोष है।