बैठक में 30 एजेंडों पर हुई चर्चा, लंबित 15 मामलों का हुआ समाधान, शेष पर तत्परता से कार्यवाही करने के दिए निर्देश
सडक़ सुरक्षा नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ की जाए कार्रवाई
करनाल, 28 अक्तूबर- उपायुक्त उत्तम सिंह ने एनएचएआई, लोक निर्माण विभाग तथा नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्राधिकार की सडक़ों की जल्द से जल्द मरम्मत करवाएं तथा जेब्रा क्रॉसिंग व जरूरत के अनुसार साईन बोर्ड भी लगवाएं। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को कहा कि सडक़ सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाएं। उन्होंने नगर निगम के अधिकारी को निर्देश दिए कि आवारा पशुओं को पकडक़र गौशाला में पहुंचाएं ताकि सडक़ दुर्घटनाओं पर रोक लग सके। इसके अलावा शहर में कुतों तथा बंदरों को भी पकडने के लिए ड्राईव चलाएं।
उपायुक्त सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में बोल रहे थे। उपायुक्त ने समक्ष आज की बैठक में 6 नए एजेंडें रखे गए, जिनको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में रखे जाने वाले एजेंडों पर सम्बन्धित विभाग के अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करें। अगर कोई दिक्कत आड़े आती है, तो इसकी सूचना तुरंत दें ताकि उसका समाधान हो सके। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि आपसी तालमेल के साथ समस्याओं का समाधान करें ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने आईडीटीआर के अधिकारी को निर्देश दिए कि वह पिछले 4-5 माह में लाईसेंस के लिए आवेदन करने वाले अभियार्थियों की रिपोर्ट प्रस्तुत करे जिनमें यह भी दर्शाया जाए की कितने अभियार्थी प्रशिक्षण के दौरान पास हुए और कितने असफल हुए है। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर की मुख्य सडक़ों से अवैध कब्जा हटवाए और इसके लिए ड्राईव चलाए जिसके दौरान रेहडी वालों को पहले जागरूक किया जाए।
उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि शहरी क्षेत्र में सरकारी गाडियों की स्पीड की लिमिट में रखा जाएं, चालक से सीट बैल्ट का प्रयोग करवाना सुनिश्चित करें, बिना आवश्यकता के हुटर ना बजाएं। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारी को निर्देश दिए कि टोल पर गांडियों के लिए निशुल्क रिफलेटर लगाने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएं ताकि कोहरे के दौरान सडक़ दुर्घटनाओं में कमी आ सके। उन्होंने सभी एसडीएमज को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्र में स्कूल सुरक्षित वाहन योजना के नियमों की पालना सुनिश्चित की जाएं अगर किसी स्कूल बस में नियमों की अवेहलना पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएं। बैठक में आईआरएडी की इंजार्च ने बताया कि जनवरी माह से लेकर सितम्बर माह तक जिला में 486 सडक़ दुर्घटनाएं घटी है। इनमें 198 घातक घटनाएं शामिल है, इस पर उपायुक्त ने उनको निर्देश दिए कि वह सडक़ दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाए और यह सुनिश्चित करे की दुर्घटना ड्राईवर की गलती, गाडी खराब होने तथा सडक़ों पर साईन बोर्ड ना होने के कारण हुई है। इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएं। उन्होंने जिला वन अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सडक़ों के किनारे लगे पेड़ों की आवश्यकतानुसार जल्दी से जल्दी छंटाई करवाएं ताकि साईन बोर्ड ठीक से दिखाई दे। करनाल असंध बाईपास पर ट्रैफिक लाईट लगाए जाने के एजेंडे पर नगर पालिका सचिव असंध ने बताया कि इस कार्य की स्वीकृति मिल चुकी है और टेंडर लगाए गए है जल्दी ही लाईटें लगवा दी जाएंगीं। झिलमिल ढाबे से कर्ण लेक तक की अप्रोच रोड की हालत काफी खस्ता है। इसको ठीक किया जाए। इस पर पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि यह कार्य नगर निगम द्वारा करवाया जाना है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने कहा कि काछवा रेलवे पुल पर नजदीक रामनगर क्षेत्र में ज्यादा सडक़ दुर्घटनाएं होने की सूचनाएं मिलती है, इनके कारणों का पता लगाएं और इसकी सूचना तुरंत दें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला सडक़ सुरक्षा समिति के गैर सरकारी सदस्यों के सुझावों को प्राथमिकता दें और इनके द्वारा उठाए गए मुद्दों का जल्द से जल्द समाधान करें। उन्होंने कहा कि सडक़ सुरक्षा नियमों का उल्लघन करने वालों के बख्शा ना जाएं। विशेषकर वाहन चलाते समय मोबाईल का प्रयोग करने वाले, शराब पीकर गाडी चलाने वाले तथा हैलमेट और सीट बैल्ट का प्रयोग न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कोहरे का सीजन शुरू होने से पहले सडक़ सुरक्षा नियमों के तहत वाहनों पर रिफलेक्टर लगवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि सडक़ सुरक्षा नियमों की पालना के लिए गांव स्तर पर जागरूता कार्यक्रम चलाए जा। उन्होंने इंजरिंग विंग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह जब भी सडक़ों के निर्माण व मरम्मत के कार्य की शुरूआत करे तो इसकी सूचना सम्बन्धित पुलिस स्टेशन में दे ताकि सडक़ों पर जाम की स्थिति ना बने और सडक़ दुर्घटनाओं पर भी रोक लगें।
बैठक में आरटीए विजय देशवाल ने पीपीटी के माध्यम से एक-एक एजेंडे के बारे में विस्तार से जानकारी दी और संबंधित विभाग की रिपोर्ट के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि लंबित पूर्व के 24 एजेंडों में से 15 एजेंडों का समाधान हो चुका है तथा शेष 09 पर कार्य जारी है। आज की बैठक में 6 नए एजेंडे रखे गए, जिनके समाधान के लिए उपायुक्त ने निर्देश दिए।
जुर्माना वसूला
बैठक में आरटीए ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा सितम्बर माह में कुल 9 हजार 490 चालान किए गए जिनमें ओवर स्पीडिंग के 443, बिना हेलमेट के 5479 और बिना आरसी के 31, बिना ड्राइविंग लाइसेंस के 27, बिना नम्बर प्लेट के 203, लेन चेंज के 1862, दो पहिया वाहन पर तीन सवारी बैठाने के 19, गलत दिशा में गाड़ी चलाने के 315, गलत पार्किंग के 272, सिग्नल तोड़ने के 340, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के 21 तथा वायु प्रदूषण के 11 चालान काटे गए जिनसे 12 लाख 52 हजार रुपये की राशि वसूली गई। इसके अलावा आरटीए विभाग द्वारा 185 ओवरलोड वाहनों के चालान कर 88 लाख 40 हजार 200 रुपये की जुर्माना राशि वसूली गई।
बैठक में पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा, एसडीएम असंध राहुल, एसीयूटी योगेश सैनी, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, एसडीएम इन्द्री सुरेन्द्र पाल, एसडीएम घरौंडा राजेश सोनी, एसडीएम नीलोखेडी अशोक कुमार, आरटीए अधिकारी विजय देशवाल, रोडवेज महाप्रबंधक कुलदीप, शिक्षा विभाग से डीपीसी उर्वशी विज, लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग, नगर निगम, नगर पालिका सचिव, वन विभाग, प्रदूषण विभाग, सिंचाई तथा अन्य विभागों के अधिकारियों सहित समिति के सदस्य संदीप लाठर व रमन मिड्ढा मौजूद रहे।