दो किसानों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर, 42 किसानों के किए चालान, 1 लाख 5 हजार रूपए लगाया जुर्माना
अंबाला, 21 अक्टूबर। कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. जसविन्द्र सिंह ने कहा कि खेतों में फसल अवशेषों को आग लगाने पर किसानों के खिलाफ अभिलेखों में लाल निशान की एन्ट्री दर्ज कर दी गई हैं। इतना ही नहीं नग्गल थाना में दो किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।
उपनिदेशक डॉ. जसविन्द्र सिंह ने सोमवार को जारी एक पे्रस विज्ञप्ति में कहा कि कृषि एवं कल्याण विभाग हरियाणा के आदेशानुसार फसल अवशेषों मे आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा रही हैं। इस जिले में फसल अवशेषों में आग न लगें, इसके लिए गांव-गांव में टीमें फ्ल्डि में जाकर काम कर रही हैं। इस जिले में राजस्व विभाग, कृषि विभाग के साथ-साथ अन्य सम्बधिंत विभागों के अधिकारी 24 घंटे नजर रखें हुए हैं। जिसके परिणाम स्वरूप ही खेतों में पराली जलाने वाले किसानों के विरुद्ध सख्त कदम उठाते हुए 35 किसानों के कृषि अभिलेखों में लाल निशान की प्रविष्टि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि बीते दिन जिला प्रशासन द्वारा गठित की गई टीमों ने फिल्ड निरीक्षण के दौरान खेतों में पराली जलाने के मामले में कम्मा उर्फ वरयाम गांव सैणी माजरा के विरुद्ध नग्गल थाना में तथा सुरजीत कौर, गुरमीत कौर गांव सलीमपुर के विरुद्ध थाना बराड़ा में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है। उपनिदेशक ने कहा कि सैटेलाईट से 74 और अन्य सौरस के माध्यम से 8 केस सामने आए हैं। इस जिले में अबतक फसल अवशेषों में आग लगाने की 82 सूचनाएं प्राप्त हो चुकी है। इन सूचनाओं के आधार पर अधिकारियों ने मौके का दौरा किया और 36 सूचनाएं ठीक नहीं पाई गई।
उपनिदेशक ने कहा कि सूचनाओं के आधार पर 46 जगहों पर फसल अवशेषों में आग लगाने की सूचनाएं सही पाई गई हैं। इसमें से 42 किसानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान किए गए हैं और दो किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं। इन किसानों पर 1 लाख 5 हजार रूपए का जुर्माना लगाया गया हैं। उन्होंने किसानों से अपील की है कि फसल अवशेषों में आग न लगाए और फसल अवशेषों का प्रबन्धन करके सरकार की योजनाओं का फायदा उठाएं।