जिला अदालत में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात था
खुद को गोली मारने से पहले उसने वाट्सऐप में स्टेटस लगाया, जिसमें लिखा कि हर एक खुशी सो गई, जिंदगी सो गई। मूलरूप से भिवानी वासी कैलाश 2000 बैच का कान्स्टेबल था। उसने वर्ष 2012 में लव मैरिज की थी। फिलहाल वह सेक्टर-43 स्थित जिला अदालत में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात था।
कैलाश जिला कोर्ट में वीआईपी ड्यूटी पर तैनात था। वीआईपी ड्यूटी के कारण उसे सर्विस रिवाल्वर जारी हुई थी। वर्तमान में वह पत्नी अमरवीर कौर और आठ साल के बेटे दक्षु के साथ पुलिस काम्प्लेक्स धनास के टावर नंबर 13 की छठी मंजिल के फ्लैट नंबर 310 में रहता था।
वह वीरवार सायं करीब छह बजे ड्यूटी से लौटा था और परिवार के साथ खाना खाया था। वीरवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक उसने अपनी ड्यूटी की। शाम करीब छह बजे घर पहुंचा। रात करीब 9 बजे उसने परिवार के साथ खाना खाया।
पार्क में टहलने गए थे पत्नी और बेटा
गोली चलने की आवाज सुनकर कैलाश की पत्नी तुरंत पार्क से फ्लैट में पहुंची। दरवाजा खोल कर अंदर पहुंची तो कैलाश लहूलुहान हालात में बिस्तर पर पड़ा था। उसकी सर्विस रिवाल्वर बराबर में पड़ी थी। उसके माथे में गोली लगी थी। यह देख उसने शोर मचाया।
जिसके बाद पड़ोस में रहने वाले पुलिसकर्मी आए। वे कैलाश को अस्पताल लेकर जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही डीएसपी उदय पाल और सारंगपुर थाना के प्रभारी हरमिंदरजीत सिंह मौके पर पहुंचे।
पुलिस सारंगपुर थाने से जांच अधिकारी एएसआई नरवीर सिंह ने बताया कि घर में किसी तरह के झगड़े की कोई बात सामने नहीं आई है। पुलिस को कोई सुसाइड नोट भी मौके से बरामद नहीं हुआ है। पुलिस आसपास रहने वाले पुलिसकर्मियों से बात कर रही है।