छात्राएं एवं महिलाएं स्ट्रांग वुमन बने, स्वयं को मजबूत बनाए -हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया।

नारायणगढ़, 25 अप्रैल।         हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि छात्राएं एवं महिलाएं स्ट्रांग वुमन बने और स्वयं को मजबूत बनाए जिससे कि वे जीवन में आने वाली चुनौतियों का डट कर सामना कर सके। उन्होंने कहा कि पहली दोस्त आपकी मां है और दूसरी दोस्त आपकी अध्यापिका है इसलिए जब भी कोई परेशानी या किसी प्रकार की गलती हो जाए तो इन्हें अवश्य बताये, डरे नहीं।
उन्होंने कई उदाहरण और महिला आयोग के पास आने वाली ऐसी शिकायतों का जिक्र करते हुए विस्तार से छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थीयों से कहा कि जब आप स्कूल से कॉलेज में आते है तो एक स्वच्छंद वातावरण मिलता है और ऐसे में कई बार बहकाने वाले मिल जाते है, ऐसे छात्र-छात्राओं से आप सचेत रहे। उन्होंने कहा कि एक गलत कदम आपको दलदल में धकेल देगा और फिर आप उसमें धसतें चले जाओगे। इसलिए आप स्ट्रांग बने, बोल्ड बने।
वे राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ में प्राचार्या डॉ. खुशीला की अध्यक्षता में हरियाणा राज्य महिला आयोग, पंचकूला, कॉलेज के महिला प्रकोष्ठ एवं आईसीसी के संयुक्त तत्वाधान में  आयोजित कानूनी/पॉश/पॉस्को अधिनियम  पर  एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित विद्यार्थीयों एवं कॉलेज स्टाफ सदस्यों को सम्बोंधित कर रही थी।
कार्यक्रम में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की एडवोकेट दीपा सिंह ने भी वक्ता के तौर पर महिलाओं एवं बच्चों से सम्बंधित व साइबर क्राइम से सम्बंधित जानकारी दी। कार्यक्रम में ममता सैनी सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रही।
सर्वप्रथम  कॉलेज प्राचार्या ने मुख्य वक्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ता का पुष्पगुच्छ भेंटकर महाविद्यालय में पहुंचने पर उनका  अभिनन्दन किया। प्राचार्या एवं मुख्य वक्ताओं द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके एवं  विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
प्राचार्या ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को इन महत्वपूर्ण कानूनों के बारे में जानकारी प्रदान करना और उन्हें इन कानूनों के तहत उपलब्ध अधिकारों और सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना है।
इस कार्यक्रम की नोडल ऑफिसर महिला प्रकोष्ठ  की इंचार्ज प्रोफेसर रेणु कुमारी (वाणिज्य विभाग) ने स्वागत  भाषण प्रस्तुत किया एवं कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। यह कार्यक्रम दो सत्रों में किया गया।
पहला सत्र में अनुभवी वक्ता एवं हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया द्वारा शुरू किया गया, उन्होंने अपने संबोधन में  विद्यार्थियों को कानूनी जागरूकता की जानकारी देते हुए  पॉश और पोक्सो के कानूनी प्रावधानों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि पॉश अधिनियम महिलाओं को कार्यस्थल पर सुरक्षित वातावरण प्रदान करने हेतु बनाया गया है, जबकि पोक्सो अधिनियम बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों से उनकी रक्षा करता है।
उन्होंने विद्यार्थीयों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में समझाया, दुव्र्यवहार के मामले में माता-पिता, शिक्षकों और अभिभावकों से कैसे संपर्क किया जाए। विद्यार्थीयों को संरक्षण या सुरक्षा समिति के बारे में समझाया गया और अगर उन्हें परेशान किया जाता है तो क्या करना चाहिए। दोनों अधिनियमों के बारे में विस्तार से बताया।
इसके बाद दूसरे सत्र मे मुख्य वक्ता पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट की एडवोकेट दीपा सिंह ने बताया कि कार्यस्थल पर प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हैरेसमेंट एक्ट 2013 जिसे पॉश अधिनियम भारत सरकार द्वारा 2013  में अधिनियमित किया गया था। यह यौन उत्पीडऩ के खिलाफ लडऩे के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास करता है और बताया कि पॉक्सो अधिनियम एक व्यापक कानून है, जिसे 2012 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा अधिनियमित किया गया था। जिसका उद्देश्य 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को यौन उत्पीडऩ और पोर्नोग्राफी के अपराधों से बचाना है, साथ ही न्यायिक प्रक्रिया के हर चरण में बच्चों के हितों की रक्षा करना है।
कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थीयों और शिक्षकों ने बड़ी उत्सुकता से भाग लिया। व्याख्यानों के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अपने सवालों के उत्तर प्राप्त किए।
आईसीसी की इंचार्ज डॉ. सीमा राणा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। प्राचार्या ने हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा रेणु भाटिया को पौधा देकर उनका आभार  व्यक्त किया।
कार्यक्रम की नोडल ऑफिसर प्रोफेसर रेनू कुमारी एवं  आईसीसी की इंचार्ज ने ममता सैनी सामाजिक कार्यकर्ता एवं एडवोकेट दीपा सिंह को  पौधा देकर उनका भी आभार जताया। इसके अतिरिक्त रेनू भाटिया हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा ने कॉलेज प्राचार्या, कार्यक्रम की नोडल ऑफिसर, मंच संचालकों एवं सरस्वती वंदना  के विद्यार्थियों को शॉल एवं पौधा देकर सम्मानित किया।
मंच संचालन डॉ. शुभम एवं आशिमा ठाकुर ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महाविद्यालय के सभी टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ सदस्यों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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