धर्मनगरी के केशव पार्क में 27 मार्च तक 1008 कुण्डीय जनकल्याण शिव शक्ति महायज्ञ का किया जा रहा आयोजन
कुरुक्षेत्र। यज्ञ सम्राट स्वामी हरिओम महाराज ने कहा कि यज्ञ करने से पर्यावरण शुद्ध होता है। वर्तमान में पर्यावरण लगातार प्रदूषित होता जा रहा है। ऐसे में पर्यावरण को शुद्ध करने की आवश्यकता है और पर्यावरण को शुद्ध करने का यज्ञ ही एक माध्यम है। वर्तमान समय में बढ़ते प्रदूषण से पूरा विश्व चिंतित नजर आ रहा है। यदि प्रत्येक घर में यज्ञ होना प्रारंभ हो जाए तो प्रदूषण की समस्या स्वत: समाप्त हो जाएगी। केशव पार्क में पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वामी हरिओम महाराज ने कहा कि धर्मनगरी के केशव पार्क में 18 से 27 मार्च तक 1008 कुण्डीय जनकल्याण शिव शक्ति महायज्ञ शुरू हो चुका है। इस महायज्ञ में हर रोज एक लाख आहुतियां डाली जाएंगी। 27 मार्च तक चलने वाले महायज्ञ को पूरा करवाने के लिए देश भर से 1200 प्रकांड ब्राह्मण व 1500 विद्वान कुरुक्षेत्र में पहुंचे हैं। लोगों में भी महायज्ञ के प्रति गहरी श्रद्धा व उत्साह दिखाई दे रहा है। बड़ी संख्या में सुबह ही श्रद्वालु यहां पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि यह 102वां यज्ञ है। उन्होंने पूरे भारत वर्ष में 108 महायज्ञ करने का संकल्प लिया है। कहा कि प्रकृति को बचाने के लिए यज्ञ बहुत जरुरी है। उनका उद्देश्य है कि घर-घर यज्ञ, हर घर यज्ञ। हर घर में यज्ञ का आयोजन किया जाए। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे इस 1008 कुंडीय यज्ञ में आहुति अवश्य डाले। यदि कोई इस महायज्ञ में शामिल नही हो सकता तो वह अपने घर से ही आहुति डाले। आजकल जो आप्राकृतिक घटनाएं हो रही है उससे यज्ञ द्वारा ही निजात पाई जा सकती है। उन्होंने विशेषकर सफाई कर्मचारियों से इस महायज्ञ में शामिल होकर अपनी आहुति डालने का आह्वान किया। कहा कि यज्ञ द्वारा उपर का वातावरण शुद्ध होता है लेकिन नीचे की सफाई तो सफाई कर्मचारियों द्वारा की जाती है। उनका लक्ष्य है कि इस महायज्ञ में हर रोज एक लाख आहुतियां डाली जाए। वही पूर्व राज्य मंत्री  सुभाष सुधा ने कहा कि यह धर्मनगरी के लोगों के लिए सौभाग्य की बात है कि यहां पर 1008 कुंडीय शिव शक्ति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने धर्मनगरी वासियों से अपील कि वे महायज्ञ में आहुति डालने अवश्य पहुंचे। सुभाष सुधा ने कहा कि महायज्ञ में मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री शामिल होंगे।

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