प्रदेश के 324 एकल व आंगनबाड़ी-कम-क्रेच केंद्रों का मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया उद्घाटन, करनाल जिला के 43 क्रेच केंद्र शामिल
करनाल, 27 जनवरी, एसडीएम अनुभव मेहता ने कहा कि क्रैच एक ऐसा स्थान है , जिसे अभिभावक अपने छोटे बच्चे के लिए सुरक्षित स्थान समझते है। बच्चे भी यहां आकर अपने जीवन के शुरूआती समय मे बहुत कुछ सीखते है। क्रेच के महत्व को देखते हुए हरियाणा सरकार ने आंगनवाड़ी-कम-क्रेच केंद्रों की व्यवस्था पर बल दिया है। एसडीएम सोमवार को करनाल खंड के गांव नगला मेघा में आंगनवाड़ी-कम-क्रैच केंद्र के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित महिलाओं और गांव वासियो को सम्बोधित कर रहें थे। इस दौरान एसडीएम ने क्रेच केंद्र के राशन को भी चैक किया।
एसडीएम ने आंगनवाड़ी-कम-क्रैच केंद्र के प्रति लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रत्येक बच्चे मे सीखने की क्षमता होती है। बच्चे आंगनवाड़ी-कम-क्रैच केंद्र में बहुत कुछ सीख सकतें है। बचपन की यह सीख आगे चलकर स्कूल में इन बच्चों के काम आती है। सरकार भी इन छोटे बच्चों को अधिक से अधिक सुविधाएं देने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए आंगनवाड़ी-कम-क्रेच केंद्रों की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है और बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे है, ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके ।
बतां दे कि सोमवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की योजना के तहत हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा प्रदेश के 324 एकल व आंगनबाड़ी-कम-क्रेच केंद्र का उद्घाटन किया गया। इसी के तहत करनाल जिला के 43 क्रेच केंद्रों (2 एकल व 41 आंगनवाड़ी-कम-क्रेच केंद्र) का सम्बंधित एसडीएम, सरपंच व पार्षद द्वारा शुरुआत की गई है।