नशे की धर-पकड़ के साथ-साथ जागरूकता अभियान जारी।
नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसते हुए जिला पुलिस ने वर्ष 2024 में एनडीपीएस एक्ट के तहत 215 मामले दर्ज कर 420 तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिला पुलिस ने वर्ष 2023 में 222 मामलों में 424 आरोपियों को गिरफ्तार किया था । पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि डिमांड और आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने के लिए जिला पुलिस मुख्य आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पुलिस अधीक्षक की और से अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे हर मामले में मिली जानकारी के अनुसार कारवाई करते हुए मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल हर व्यक्ति को पकड़ें। युवाओं को खेलों के लिए प्रोत्साहित करने, उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने और उन्हें अपराध और नशे से दूर रखने के लिए शिक्षण संस्थानों और गांवों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्ष 2024 में कुरुक्षेत्र पुलिस ने 88 किलोग्राम से अधिक अफीम बरामद की है। 2 किवंटल 765 किलोग्राम से अधिक चूरापोस्त, 1356 ग्राम हैरोइन, लगभग 3 किलोग्राम चरस, 127 किलोग्राम से अधिक गांजा, 1002 ग्राम स्मैक, 11162 नशीली गोलियां, 4264 कैप्सूल, 28 बोतलें सिरप और बड़ी संख्या में अफ़ीम के पौधे बरामद किये हैं। कुरुक्षेत्र पुलिस ने वर्ष 2024 में वाणिज्यिक मात्रा के 37 मामले दर्ज किए गए और 123 लोगों को वाणिज्यिक मात्रा के साथ गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से भारी मात्रा में अफीम, स्मैक, हैरोइन, चूरापोस्त, चरस, गांजा और नशीली दवाइयां बरामद की हैं।
अपराध को रोकने और लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करने के लिए एसपी और डीएसपी गांवों का दौरा कर सरपंचों और पंचायत सदस्यों के साथ बैठकें कर रहे हैं। अधिकारी उन लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं जो नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल हैं और नशीली दवाओं का सेवन करते हैं। गांव के निवासियों को प्रोत्साहित किया जाता है कि अगर वे गांव में किसी व्यक्ति को नशीली दवाएं बेचते हुए पाते हैं तो वे पुलिस को सूचित करें।
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जिला को नशामुक्त बनाने को लेकर कुरुक्षेत्र पुलिस प्रतिबद्ध: पुलिस अधीक्षक
कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने कहा कि जिला को नशामुक्त बनाने को लेकर कुरुक्षेत्र पुलिस प्रतिबद्ध है। जिला मे नशे को जड़ से खत्म करने के लिये जिला पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। एक और जहां नशे के सौदागरों की धर-पकड़ जारी है वहीं नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में आमजन को जागरूक करने के लिये जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। जिले में करीब 350 गांवों तथा 61 शहरी वार्डों को नशा मुक्त घोषित किया गया है और गांवों में बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं ताकि निवासी और पंचायत अपने गांवों को नशा मुक्त रखने के लिए प्रतिबद्ध रहें। हम पूरे जिले को नशे से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसके लिए नशे के सौदागरों की सांठगांठ को तोड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है, जो कभी न कभी नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल थे। हम वाणिज्यिक मात्राओं और आपूर्ति की जा रही भारी मात्रा को रोकने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हमारी टीमें लोगों को नशीली दवाओं से दूर रहने के लिए प्रेरित करने के लिए जागरूकता अभियान चला रही हैं और उनसे तस्करी में शामिल लोगों के बारे में पता चलने पर जानकारी साँझा करने की भी अपील कर रही हैं। हम ड्रग तस्करों पर शिकंजा कसने और उनकी आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने के लिए पैटर्न, दवाओं, आपूर्तिकर्ताओं और अन्य सभी सूचनाओं के बारे में जानने के लिए पिछले दो वर्षों के आंकड़ों का भी अध्ययन कर रहे हैं।