अंबाला छावनी/जी एम एन कॉलेज, अंबाला छावनी के सभागार में आज शास्त्रीय संगीत को समर्पित संस्था संगीतालोक द्वारा संगीत जगत के अनुपम सितारे गुरु गणेश प्रसाद शर्मा एवं उनके शिष्य स्व पंडित प्रदीप चटर्जी को समर्पित 55वें वार्षिक संगीत सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जानी मानी शास्त्रीय गायक मनीषा बनर्जी के मधुर गायन से हुआ जिसमें उन्होंने राग बिहाग में गुरु गणेश प्रसाद शर्मा की दो बंदिशों का गायन किया। उन्होंने अपनी सधी हुई सुरीली आवाज़ में राग पीजू में “तुम राधे बनो श्याम” की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस शानदार प्रस्तुति में हारमोनियम पर डॉ अलंकार सिंह, तबले पर नरेंद्रपाल सिंह एवं तानपुरे पर हरलीन कौर एवं दामिनी शर्मा रहीं। तत्पश्चात कोलकाता से आए सरोद वादक इंद्रयुद्ध मजूमदार ने प्रारंभ से राग दुर्गा में आलाप एवं जोड़ से लेकर अंत में झपताल में वादन प्रस्तुत करते हुए समां को बांध दिया। साथ ही पंजाब घराने के विख्यात तबला वादक जयदेव ने अपने तबले की ताल पर सभागार में मौजूद सभी संगीतप्रेमियों को ताल पर झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इसके बाद संगीत नाटक अकादमी द्वारा उस्ताद बिस्मिल्लाह खान अवॉर्ड द्वारा सम्मानित पुणे की जानी मानी शास्त्रीय गायक रुचिरा केदार ने राग जोगकोंस में गायन प्रस्तुति दे अपनी सांगीतिक परिपक्वता का परिचय दिया एवं अंत में उपशास्त्रीय बंदिशों के गायन से सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। राजेंद्र प्रसाद बनर्जी ने हारमोनियम पर इनका साथ दिया। डॉ मधु भटनागर ने सफल मंच संचालन किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ रोहित दत्त ने कहा कि संगीतलोक जैसी संस्था आज भारतीय कला संस्कृति को संजोने में बहुत ही निष्ठा से कार्यरत हैं! जीएमएन कॉलेज हमेशा से ही संगीत एवं कला को समर्पित इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन में अग्रणी रहा है और भारतीय संगीत एवं संस्कृति को बढ़ावा देने में अपना योगदान देता रहा है और भविष्य में भी देता रहेगा। इस अवसर पर संगीतलोक के अध्यक्ष सोमदेव, सचिव आशावंत सहित अन्य सदस्य जैसे कि सविता बजाज, डॉ पुष्पा शर्मा, राजेश शर्मा, राहुल, सुखदीप सिंह, निधि नारंग, जान चौरसिया, नैन कंवर एवं पंजाब घराने के विख्यात तबला वादक पंडित सुशील कुमार जैन के साथ कईं जाने माने संगीतज्ञ विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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