बाबैन, 5 अक्तूबर :
लाडवा विधानसभा के बाबैन क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। खंड के तीन मतदान केंद्रों पर प्रशासन ने संवेदनशील व अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखे हुए थे, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला। बाबैन क्षेत्र में निर्धारित समय पर सुबह सात बजे मतदान केंद्रों पर मतदान आरंभ हो गया, ऐसा भी पहली बार हुआ कि मतदान बूथों पर पहली बार मतदाताओं की भीड़ कम देखने को मिली। बाबैन क्षेत्र में सायं छह बजे तक लगभग 71 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला, जहां लोग अपने बुजुर्ग को गोद में लाकर मतदान कराने लाए। वहीं युवाओं, महिलाओं व बुजुर्गों में भी मतदान करने के लिए भारी उत्साह देखा गया। चुनाव को शांतिपूर्वक कराने के लिए प्रशासन ने सख्त प्रबंध किए हुए थे। वहीं प्रशासन व पुलिस की टीम ने हर बूथ पर जाकर निरीक्षण किया।
संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों पर रही प्रशासन की पैनी नजर
चुनाव आयोग की तरफ से लाडवा खंड के 3 गांवों को संवेदनशील व अतिसंवेदनशील गांवों में रखा गया है, जिनमें गांव रामशरण माजरा, बाबैन, गुढा शामिल है। इन गांवों पर चुनाव में न केवल पुलिस की पैनी नजर रही, बल्कि इन गांवों में चुनाव को शांतिपूर्वक करवाने के लिए पुलिस का विशेष प्रबंध भी किया गया। इन बूथों पर पुलिस की विशेष टुकडिय़ों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी भी दौरा करते नजर आए।
ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के प्रति दिखा अधिक रुझान
इस चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत काफी अधिक दर्ज किया गया। बाबैन खंड के सभी बूथों पर औसतन 71 प्रतिशत मतदान हुआ। गांव झंडौला में करीब 812 में से 663 वोट पोल हुई। ऐसे ही गांव खिडकी विरान में 432 में से 354 वोट पोल हुई। इसके अलावा अन्य सभी गांवों में मतदाताओं में भारी रुझान देखने को मिला। मतदान केंद्रों के बाहर लगे किसी भी राजनीतिक दलों के बस्तों पर मतदातओं की भीड़ नजर नहीं आई। चुनाव आयोग द्वारा हर बूथ के बी.एल.ओ. के माध्यम से मतदान की पर्ची घर पहुंचाई हुई थी। इसलिए मतदाता सीधे मतदान केंद्र पर जाकर अपने मत का प्रयोग करते नजर आए। वहीं मतदातओं की चुप्पी ने पार्टी के नेताओं व प्रत्याशियों की धडक़ने बढ़ाई हुई है, जिसका हिसाब लगाना नेताओं से कोसों दूर है। इस बार नतीजे सभी को अचंबित करने वाले हो सकते है।