एडवोकेट ने चुनाव आयोग, सीईओ और डीसी को लिखकर मामला उठाया
चंडीगढ़ – हाल ही में संपन्न 18वीं लोकसभा आम चुनाव के छठे चरण में हरियाणा प्रदेश की सभी 10 लोकसभा सीटों पर गत माह 25 मई को हुए मतदान में वास्तविक तौर पर वोट डालने वाले जनरल मतदाताओं (वोटरों ) की वास्तविक संख्या ( सर्विस मतदाताओं को छोड़कर) के आंकड़े, जो भारतीय चुनाव आयोग द्वारा 28 मई को बाकायदा एक प्रेस नोट जारी कर सार्वजनिक किया गया था, उन आंकड़ों में और 4 जून को हुई मतगणना में प्रदेश के हर लोकसभा हलके के फाइनल नतीजों में सभी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ई.वी.एम.) में से प्राप्त वोटों के आंकड़ों में किसी लोकसभा हलके में कम और किसी लोकसभा हलके में अधिक अंतर सामने आया है अर्थात किसी लोकसभा हलके के सम्बन्ध में चुनाव आयोग द्वारा जारी जनरल वोटरों की संख्या से ईवीएम में प्राप्त वोटों की संख्या अधिक सामने आई और किसी लोकसभा हल्के में कम.
इस सम्बन्ध में अम्बाला शहर निवासी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने गत 8 जून को इस सम्बन्ध में देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और दो अन्य चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार एवं सुखबीर सिंह संधू एवं चुनाव आयोग के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों, हरियाणा के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) अनुराग अग्रवाल एवं डीसी (उपायुक्त) जो अपने सम्बंधित जिले के पदेन जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) हैं को लिखकर उक्त मामला उठाया है और इस सम्बन्ध में उपयुक्त कार्रवाई बारे लिखा है हालांकि अब तक उन्हें कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ है.
इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए हेमंत ने बताया कि जहाँ तक उनके गृह लोकसभा हलके अम्बाला (अनुसूचित जाति आरक्षित) का विषय है, तो 28 मई को भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार अम्बाला लोकसभा हलके में कुल 19 लाख 96 हज़ार 708 जनरल मतदाताओं (सर्विस मतदाताओं को छोड़कर) में से 67.34 प्रतिशत अर्थात 13 लाख 44 हजार 503 वोटरों ने मतदान किया. हालांकि 4 जून को अम्बाला लोकसभा सीट की मतगणना में सभी ईवीएम से प्राप्त वोटों की संख्या 13 लाख 44 हजार 533 फाइनल रिजल्ट शीट पर दर्शाई गयी. इस प्रकार अम्बाला लोकसभा सीट पर चुनाव आयोग द्वारा जारी वास्तविक वोटरों की संख्या में और ईवीएम से प्राप्त वोटों में 33 का अंतर सामने आता है अर्थात ईवीएम में 33 वोट अधिक प्राप्त हुए. ज्ञात रहे कि पोस्टल वोटों की संख्या 2189 इसके अतिरिक्त थी. अम्बाला में ईवीएम और पोस्टल वोट दोनों मिलाकर कुल 13 लाख 46 हजार 722 वोट मतगणना में गिने गये.