करनाल, 10 जून। 
    राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने हीट-वेव यानि लू अथवा अत्यधिक गर्मी से बचाव को लेकर विशेष एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त उत्तम सिंह ने एडवाइजरी को लेकर विभिन्न विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने लू से बचाव के लिए अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं। उपायुक्त ने सभी प्रमुख विभागों को निर्देश दिए कि वे सरकार के निर्देशानुसार लोगों को लू से बचाव के लिए विशेष एक्शन प्लान तैयार करें और उसके बारे में लोगों को जागरूक करें।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को जरूरी निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर ओआरएस पैकेट, आवश्यक दवा, तरल पदार्थ, आइस पैक, जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति का प्रावधान हो। स्वास्थ्य केंद्रों, सीएचसी/पीएचसी पर कूलर आदि लगाएंं। हीट स्ट्रोक रूम में जरूरत के अनुरूप बिस्तर के अलावा उपलब्धता के अनुसार सीएचसी और पीएचसी पर ठंडे पानी का प्रबंध हो।  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं जिला अस्पताल पर आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हों। आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे सुचारू रखें।
उन्होंने पंचायती राज विभाग को मनरेगा श्रमिकों को दिन के दौरान अत्यधिक गर्मी से बचाने के लिए काम के घंटों को ध्यान में रखने और कार्यस्थलों पर पर्याप्त पेयजल व छांव का प्रबंध रखने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि पार्कों, बस अड्डों, पर्यटक स्थलों तथा खुले क्षेत्रों में छाया की व्यवस्था करें। मंदिर, सार्वजनिक भवन, मॉल जैसे कूलिंग सेंटर की पहचान की जा सकती है और उनका उपयोग किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों, चौराहों व आवश्यकतानुसार संबंधित गांवों में पानी की टंकी/टैंकरों आदि की व्यवस्था कराना सुनिश्चित कराएं।
उपायुक्त ने बिजली निगम को निर्देश दिए कि बिजली की कटौती के दौरान पावर बैकअप का प्रावधान किया जाए ताकि निर्बाध बिजली उपलब्ध हो सके। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में टूटे हुए बिजली के खंभों आदि को सुदृढ़ करना व क्षेत्रों में समय-समय पर रोस्टर के आधार पर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। बिजली कट के बारे में लोगों को सूचना दें।
उन्होंने पशुपालन विभाग व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए कि आमजन के साथ-साथ पशुओं के पीने के पानी के लिए ट्यूबवेल आदि का भी प्रबंध किया जाए। मवेशियों की सुरक्षा के लिए हीटवेव एक्शन प्लान तैयार करें।  गर्मी की स्थितियों के दौरान पशुधन में आने वाली बीमारियों के लक्षण व उससे बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करें। पशुओं को सुरक्षित रखने हेतु टीकाकरण का कार्य नियमित रूप से संचालित किया जाए, साथ ही पशु केंद्रों पर आवश्यक दवाओं का भण्डारण सुनिश्चित हो। श्रम विभाग द्वारा गर्मी की लहर से संबंधित बीमारी के संबंध में निर्माण/उद्योगों/वाणिज्यिक संस्थाओं के साथ प्रशिक्षण दिया जाए। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष रूप से अनौपचारिक क्षेत्रों और बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर लगाया जाए। इसके अलावा श्रमिकों के लिए सभी कार्य परिसरों में पेयजल की सुविधा मुहैया करवाई जाए। नगर परिषद को निर्देश दिए कि वे शहरी क्षेत्रों के सब्जी मंडी / चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर शीतल जल की समुचित व्यवस्था हो तथा नगर के दूर-दराज क्षेत्रों में पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि सभी स्कूलों और शिक्षा संस्थानों में स्वच्छ पेयजल का प्रबंध हो।  उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि लोगों को पानी बचत के बारे में जागरूक करें। लोगों को बताएं कि वे पेयजल से वाहनों को न धोएं। पानी की बर्बादी को रोकें। उन्होंने  परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि वे बस स्टैंडों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षित परिवहन के लिए स्वास्थ्य टीमों की तैयारी एवं पीने के पानी तथा यात्रियों के लिए लू से बचाव की उचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। स्टैंडों पर प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी की जाए।
उपायुक्त ने अग्निशमन विभाग को निर्देश दिए कि वे लू के दृष्टिगत अग्निशमन विभाग 24 घंटे उपलब्ध हो। जिला में संवेदनशील बिल्डिंग तथा सरकारी भवन, अस्पताल, विद्यालय आदि में फायर सेफ्टी ऑडिट कराते हुए पूर्व से ही फायर मॉक ड्रिल सुनिश्चित कर लिया जाए।

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