किसानों के हित को जहन में रखते हुए उपायुक्त ने दिए आदेश, कृषि विभाग निरंतर जारी रखेगा चैकिंग अभियान, अब तक बीजों के लिए जा चुके है 28 सैंपल, नकली व निर्धारित दरों से ज्यादा रेट में बीज बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
कुरुक्षेत्र 25 अप्रैल कृषि विभाग के अधिकारियों ने कुरुक्षेत्र जिले में अलग-अलग जगहों पर औचक छापेमारी करके बीज विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों से बीजों के 12 सैंपल एकत्रित किए है। यह सैंपल किसानों के हित को जहन में रखकर लिए गए है। इन बीज विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर सीजन के दौरान निरंतर कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर सैंपल लिए जाएंगे, अगर किसी भी स्तर पर बीजों की गुणवता में कमी पाई या फिर निर्धारित दरों से ज्यादा रेट में बीजों की बिक्री की तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह आदेश उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए है।
उपायुक्त शांतनु शर्मा के आदेशानुसार वीरवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. सुरेंद्र मलिक के मार्गदर्शन में कृषि विभाग के गुण नियंत्रक शशीपाल शर्मा की टीम ने पिहोवा व थानेसर में अलग-अलग जगहों पर बीज विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर औचक छापेमारी की। यह छापेमारी किसानों के माध्यम से बीजों को लेकर बरती जा रही अनियमितता से संबंधित मिली शिकायतों के आधार पर की गई है। गुण नियंत्रक शशीपाल शर्मा ने कहा कि उपायुक्त के आदेशानुसार और उपनिदेशक के मार्गदर्शन में टीम के सदस्यों ने बीज विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी करके 12 सैंपल लिए है। इसके साथ ही प्रतिष्ठानों के दस्तावेजों की भी जांच की गई है। इस जिले में पिहोवा और थानेसर से बीजों की किस्मों को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी।
उन्होंने कहा कि इन शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए उपायुक्त द्वारा आदेश जारी किए गए। इन आदेशों के अनुसार विशेष सैंपलिंग अभियान शुरू किया गया है, जो भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगा। अब इस जिले में मंगलवार से लेकर अब तक बीजों के 28 सैंपल लिए गए है। कृषि विभाग द्वारा दुकानदारों का आह्वान किया गया है कि वे किसी भी बीज की बिक्री प्रिंट रेट से उपर ना करें। यदि कोई दुकानदार ऐसी किसी भी घटना में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दुकानदारों को यह भी निर्देश दिए गए है कि जिला में होने वाले बीज की बिक्री केवल जिले में ही करें।