कुरुक्षेत्र 8 अप्रैल
ज्योतिसर स्थित गीता कुंज आश्रम बद्रीनारायण मंदिर से पधारे ब्रह्मसरोवर पर आज देवयानी घाट पर स्वामी मुक्तानन्द जी महाराज एवं कुरूक्षेत्र जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ नीलिमा शांगला ने सोमवती अमावस्या पर पूजा – अर्चना की गरीबों को भोजन व दान दक्षिणा दी। स्वामी मुक्तानन्द जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि महाभारत में भीष्म ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व समझाते हुए कहा था कि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने वाला मनुष्य समृद्ध, स्वस्थ्य और सभी दुखों से मुक्त होगा। ऐसा भी माना जाता है कि स्नान करने से पितरों कि आत्माओं को शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि सोमवती अमावस्या पर अन्नदान करना बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है। भंडारों में छोटे-बड़े का कोई सवाल नही होता। सभी एक जगह पर बैठकर श्रद्धा विश्वास के साथ भंडारा ग्रहण करके अपनी आस्था को मजबूत करते हैं। कलयुग में बार-बार सोमवती अमावस्या का आना मनाव भलाई के लिए महत्वपूर्ण है। डॉ नीलिमा शांगला ने कहा कि सोमवती अमावस्या पर स्नान-दान आदि का फल कई गुना अधिक बढ़ जाता है। सनातन धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। सोमवती अमावस्या पर स्नान-दान आदि का फल कई गुना अधिक बढ़ जाता है। सोमवती अमावस्या के दिन स्नान, दान करने से पितृ तो प्रसन्न होते ही हैं। इस मौके आचार्य योगेन्द्र, आचार्य द्वारिका प्रसाद मिश्र द्वारा वेद मंत्रो सहित पूजा – अर्चना करवाई। इस अवसर पर प्रवीण मित्तल करनाल, प्रिति मित्तल, गुरदयाल बंसल, शकुंतला गुप्ता, सीमा गुप्ता नरवाना, रजत गुप्ता नरवाना श्वेता करनाल रिभव बंसल, धर्मवीर गुप्ता, आशा आदि भक्तजन मौजूद रहे।