रोहतक।. सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहने वाले और अपनी निडर व निष्पक्ष छवि के चलते हरियाणा जाट महासभा के लगातार पांचवीं बार प्रदेशाध्यक्ष चुने गये प्रदीप हुड्डा को अब इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स (आई.सी.जे) सदस्य बनाया गया है। इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स (आई.सी.जे) ने उन्हें यह जिम्मेदारी उनकी काबिलियत के आधार पर सौंपी है। अपनी इस नियुक्ति पर प्रदीप हुड्डा ने खुशी जाहिर करते हुए आई.सी.जे का धन्यवाद किया है। आई.सी.जे के इफ्तिकार एम.डी. चौधरी (एक्स. चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान) और आई.सी.जे के जनरल सेके्रटरी अहमद मुस्तासिम अदनान (चीफ जस्टिस ऑफ मालदीव) ने प्रदीप हुड्डा का आई.सी.जे मेंबर के रूप में स्वागत करते हुए आशा जताई है कि वे अपनी इस जिम्मेदारी को राष्ट्रीय स्तर पर बखूबी से निभाएंगे। प्रदीप हुड्डा ने बताया कि इंटरनेशनल कमीशन ऑफ ज्यूरिस्ट्स (आई.सी.जे) एक अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार गैर-सरकारी संगठन है। यह 60 प्रतिष्ठित न्यायविदों का एक स्थायी समूह है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, वरिष्ठ न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिवक्ता और शिक्षाविद् शामिल हैं। जो कानून के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों को विकसित करने के लिए काम करते हैं। जो अपने महत्वपूर्ण अनुभव, ज्ञान और मानवाधिकारों के प्रति मौलिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं। आई.सी.जे की संरचना का उद्देश्य दुनिया की भौगोलिक विविधता और इसकी कई कानूनी प्रणालियों को प्रतिबिंबित करना है। आई.सी.जे को जिनेवा, स्विटजऱलैंड स्थित एक अंतर्राष्ट्रीय सचिवालय द्वारा समर्थित किया जाता है और इसमें विभिन्न प्रकार के न्यायक्षेत्रों और कानूनी परंपराओं से आए अधिवक्ता कार्यरत हैं। प्रदीप हुड्डा ने बताया कि आईसीजे मानवाधिकारों और कानून के शासन की रक्षा और प्रचार में अधिवक्ताओं और न्यायाधीशों की भूमिका को मजबूत करने के उद्देश्य से वकालत और नीतिगत कार्य करते हैं। इसके अलावा, विश्व के 70 से अधिक देशों में राष्ट्रीय अनुभाग और सहयोगी हैं। आईसीजे के काम के कानूनी फोकस को देखते हुए, इन वर्गों की सदस्यता मुख्य रूप से कानूनी पेशे से ली गई है। आई.सी.जे अंतर्राष्ट्रीय कानून और संरक्षण कार्यक्रम नागरिक, राजनीतिक, सामाजिक या आर्थिक प्रकृति के उल्लंघनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुप्रयोग को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। इसके अलावा (आई.सी.जे) अफ्रीका, एशिया प्रशांत, मध्य अमेरिका, यूरोप और मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में क्षेत्रीय कार्य कार्यक्रम भी संचालित करता है। यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता, कानून के शासन और उनके क्षेत्रीय संदर्भों के लिए विशिष्ट मानवाधिकार मुद्दों को बढ़ावा देने और समर्थन करने पर केंद्रित हैं। इस कार्य का समर्थन करने के लिए (आई.सी.जे) के थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका ग्वाटेमाला, नेपाल और उत्तरी अफ्रीका आदि देशों में क्षेत्रीय कार्यालय हैं। लगातार आर्थिक आधार पर आरक्षण जैसे मुद्दों के पैरोकार प्रदीप हुड्डा ने अपने साहसिक फैसलों, निडर, निष्पक्ष छवि को बरकरार रखते हुए प्रदीप हुड्डा ने समाज में एक दबंग जाट नेता के रूप में एक अलग छवि बनाई है। वे अपने छात्र जीवन के दिनों से ही समाज सेवा, भ्रष्टाचार और आर्थिक आधार पर आरक्षण जैसे मुद्दों पर हमेशा अपनी आवाज उठाते रहे हैं। सभी शीर्ष और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं और नौकरशाहों के साथ उनके हमेशा से बड़े ही मधुर संबंध रहे हैं। हमेशा अपने समाज कल्याण के कार्यो के प्रति ईमानदारी से जुड़े रहना उनकी दिनचर्या का हिस्सा रहा है।