कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने दी बधाई
28 में से 17 विधाओं में विजेता बनकर बनाया रिकॉर्ड
कुरुक्षेत्र, 08 मार्च। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने नॉर्थ वेस्ट इंडिया यूथ फेस्टिवल में ओवरऑल 28 विधाओं में से 17 विधाओं में विजेता बनकर एक बार फिर नॉर्थ वेस्ट इंडिया में अपना परचम लहराया है। इस आशय का परिणाम एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा रिवाईज परिणाम की घोषणा 6 मार्च को की गई। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि के लिए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक टीम तथा युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग को बधाई देते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय संस्कृति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हरियाणा ही नहीं अपितु विदेशों में भी हरियाणवी संस्कृति के संरक्षण का संदेश दिया है। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने सांस्कृतिक दल का स्वागत किया और सभी को चाय पान पर आमंत्रित कर उनका उत्साहवर्धन किया।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि नॉर्थ वेस्ट यूथ फेस्टिवल का आयोजन 9 से 13 फरवरी 2024 को महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया था, किंतु परिणामों की उद्घोषणा में त्रुटि की वजह से केयू की टीम ने एआईयू को परिणामों के लिए पुर्नविचार करने हेतु निवेदन किया। जिसके बाद एआईयू के संयुक्त निदेशक व उनकी टीम ने सभी परिणामों का मूल्यांकन करते हुए परिणामों की घोषणा 6 मार्च को एआईयू की वेबसाईट पर की। इस उद्घोषणा में केयू ने हरियाणवी ऑरकेस्ट्रा में तीसरा स्थान तथा ग्रुप सांग इंडियन में दूसरा स्थान हासिल कर सभी विधाओं में ओवरऑल नॉर्थ वेस्ट जोन के सभी विश्वविद्यालयों में दूसरा स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
डॉ. पूनिया ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इतिहास में यह दूसरा अवसर है कि जब कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की टीम ने नॉर्थ वेस्ट जोन में ओवरऑल सभी विधाओं में दूसरा स्थान हासिल किया है। डॉ. पूनिया ने बताया कि केयू की टीम ने वेस्टर्न इंस्ट्रमेंटल सोलो, मेहंदी, वन-एक्ट प्ले, माईम व पोस्टर मेकिंग में प्रथम स्थान तथा लाईट वोकल इंडियन, वेस्टर्न वोकल सोलो एवं क्ले मॉडलिंग में दूसरा स्थान तथा कल्चरल प्रोसेसन, क्लासिकल इंस्ट्रमेंटल नॉन प्रकशन, एलोकेशन व रंगोली में तीसरा स्थान हासिल कर ओवरऑल नॉर्थ वेस्ट जोन में दूसरा स्थान हासिल किया जबकि प्रथम स्थान पर ओवरऑल ट्रॉफी वनस्थली विद्यापीठ को प्राप्त हुई।