करनाल 21 नवम्बर। कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर दैनिक रेल यात्रियों ने मंगलवार को रेलगाड़ियों के सही संचालन न होने को लेकर रोष प्रदर्शन किया और सरकार से मांग की कि रेल यात्रियों के हितों का ध्यान रखा जाए।
उन्होंने सरकार से मांग की कि अम्बाला से पानीपत और पानीपत से अम्बाला की पैसेंजर ट्रेनों का संचालन कोरोना काल से पूर्व की स्थिति में बहाल किया जाए ताकि दैनिक यात्रियों व अन्य को जन सुविधाओं का सही लाभ मिल सके। कुरुक्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र ना होने के कारण हजारों कामगारों को नौकरी के लिए प्रतिदिन अम्बाला, करनाल व पानीपत के साथ साथ अन्य जिलों में जाना पड़ता है। ऐसे में रेल यातायात सभी के लिए एक बड़ी सुविधा है। दैनिक रेल यात्रियों का कहना है कि सरकार का काम जनहित में जन सुविधाओं को बढ़ाना होता हैं, लेकिन वर्तमान सरकार इन सुविधाओं को निरन्तर कम करने में लगी है। अपने लगभग 10 साल के कार्यकाल में सरकार ने रेल यात्रियों के हाथ खाली किए हैं। ट्रेनों में ना ही इजाफा हुआ है, ना रेल बोगियों की संख्या बढ़ी है। जनसंख्या वृद्धि के साथ-साथ मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में पैसेंजर यात्रियों के पास आज भी केवल हर ट्रेन में केवल दो डिब्बे हैं जोकि बड़ी भीड़ से भरे रहते हैं । जिनमें बच्चों व बुजुर्गों का यात्रा करना लगभग नामुमकिन होता है। पिछले दो माह से ट्रेन संख्या 04584 को बंद किया गया है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं शाम के समय भी कुरुक्षेत्र पहुंचने वाली ट्रेनों का संचालन सही समय पर नहीं है। शाम के समय 4 बजे से 7 बजे के बीच कुरुक्षेत्र पहुंचने के लिए कोई ट्रेन नहीं है। दैनिक यात्रियों का कहना है कि उन्होंने 2014 व 2019 में भाजपा की सरकार का समर्थन किया है, लेकिन आज कुरुक्षेत्र के जन प्रतिनिधियों का जन सुविधाओं की ओर कोई ध्यान नहीं है। आने वाले चुनावों में भाजपा के उम्मीदवारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। दैनिक यात्रियों का कहना यह भी है कि रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और वंदे भारत जैसी ट्रेन के संचालन पर सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन रेल विभाग की आत्मा पैसेंजर ट्रेनों में वास करती है । ऐसे में इनका संचालन पहले की भांति जरूरी है।
इस मौके पर सुनील आहूजा, पवन सचदेवा,अनिल गुप्ता, आनंद कुमार, आशु गोयल, रवि कुमार, अमरीक सिंह, जितेंद्र कुमार, ऋषि शर्मा, अमन कुमार तथा संदीप उपस्थित रहे।