आदेश : मोहड़ी स्थित आदेश अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में महिला की गर्भाशय धमनियों को बिना सर्जरी या एनेस्थीसिया के एंडोवास्कुलर तकनीक से बंद करके महिला को बड़ी राहत दी गई है। उपचार के बाद महिला को छुट्टी करके घर भी भेज दिया गया है। एनेस्थीसिया के एंडोवास्कुलर तकनीक से यह उपचार डा. सचिन मदान द्वारा किया गया है। करनाल, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र सहित आस-पास के क्षेत्र में यह तकनीक मात्र आदेश अस्पताल में उपलब्ध है। डा. सचिन मदान ने बताया कि एक महिला भारी गर्भाशय और बच्चेदानी की रसोलियों की वजह से दबाव के लक्षण, पेट में दर्द दर्द और पीठ दर्द से परेशान थी और महिला को सर्जरी की सलाह दी गई थी।  लेकिन  महिला सर्जरी नहीं करवाना चाहती थी। जिस पर महिला को एनेस्थीसिया के एंडोवास्कुलर तकनीक के बारे में बताया गया और जिस पर महिला व परिवार इस विधि से उपचार करवाने को तैयार हो गई। जिस पर गर्भाशय की धमनी (नाड़ी) का एम्बोलिज़ेशन किया गया जिसमें दोनों तरफ की गर्भाशय धमनियों को बिना सर्जरी या एनेस्थीसिया के एंडोवास्कुलर तकनीक से बंद कर दिया गया। मरीज को प्रक्रिया के दौरान या बाद में कोई दर्द महसूस नहीं हुआ और अगले दिन छुट्टी दे दी गई। डा. सचिन मदान ने बताया कि गर्भाशय की रसोलियों, वैरिकोज़ वेन्स, बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्रंथि (गदूद), बढ़े हुए स्प्लीन (तिल्ली) आदि के मामलों में एंडोवास्कुलर एम्बोलिज़ेशन किया जा सकता है।

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