अम्बाला, 21 अक्तूबर
कॉमन इलिजिबलिटी टेस्ट (सीईटी) ग्रुप डी की लिखित परीक्षा को लेकर उपायुक्त डा0 शालीन ने आज विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए वास्तविकताएं जांची। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सैंटर सुपरवाईजर से कितने परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे हैं, परीक्षा के तहत किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहंी आ रही। जैमर व सीसीटीवी कैमरे ठीक प्रकार से क्रियान्वित है उसकी भी जानकारी ली।
उपायुक्त डा0 शालीन ने जिला में चल रही कॉमन पात्रता परीक्षा के दृष्टिगत आज पीकेआर जैन कालेज, भानोखेड़ी स्कूल व पीकेआर जैन मॉडल स्कूल का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने सम्बन्धित सैंटर सुपरवाईजर से परीक्षा से सम्बन्धित जानकारी हासिल की। उन्होंने परीक्षा केन्द्रों में भी जाकर व्यवस्थाएं देखी। उपायुक्त ने बताया कि जिले में आज दो चरणों में परीक्षा आयोजित हुई है जिसमें प्रथम चरण के तहत 20543 अभ्यार्थियों में से 12797 अभ्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे थे। इसी प्रकार दूसरे चरण में 20592 अभ्यार्थियों में से 12974 अभ्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे थे। उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा के सफलतापूर्वक आयोजन को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए थे, ताकि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की कोई समस्या का सामना ना करना पड़े।
उपायुक्त ने यह भी बताया कि परीक्षा केन्द्र एनसीसी सीनियर सैकेंडरी मॉडल स्कूल में आयोजित परीक्षा के दौरान एक अभ्यार्थी सुनील कुमार पुत्र धनपत सिंह की जगह आशीष पुत्र अनुप साकेत कालोनी हिसार को पकड़ा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पकड़े गये उक्त युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
उपायुक्त ने यह भी बताया कि परीक्षा के दौरान यदि कहीं पर भी कोई गड़बड़ी पाई जायेगी तो तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जायेगी। उन्होंने बताया कि 22 अक्तूबर को भी जिले में दो चरणों के तहत यह लिखित परीक्षा आयोजित होगी। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा के लिए अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया हुआ है।
पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि जिले में आयोजित की जा रही इस परीक्षा के तहत पुलिस द्वारा सभी प्रबंध किए हुए हैं। सभी सम्बन्धित डयूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को परीक्षा को नकलरहित व पारदर्शिता तरीके से करवाने बारे निर्देश भी दिए हुए हैं। इसके साथ-साथ ट्रैफिक व्यवस्था के तहत भी प्रबंध किए गये हैं ताकि आमजन के साथ-साथ अभ्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।